शिखा पाण्डेय,
गोवा में हुए ब्रिक्स सम्मलेन में भारत की अपेक्षाओं के विपरीत चीन और रूस ने तो पाकिस्तान की सर जमीं पर पल बढ़ रहे आतंकवाद पर चुप्पी साधी ही थी, अब अमेरिका भी इसी कड़ी में शामिल हो गया है।पाकिस्तान को आतंकवाद की जननी करार दिए जाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर अमेरिका ने सिर्फ इतना कह कर पल्ला झाड़ लिया है कि दोनों देशों को खुद अपने मतभेदों का शांतिपूर्वक हल तलाशना चाहिए।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर पूछे गए सवाल पर कहा, “हम इस मामले में कुछ नहीं कह सकते। हम केवल भारत और पाकिस्तान को आपसी मतभेदों का शांतिपूर्वक हल ढूंढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।” आपको बता दें कि गोवा में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उसे आतंकवाद की जननी करार दिया था।
अर्नेस्ट ने कहा, “अमेरिका और पाकिस्तान का अहम संबंध है। यह क्षेत्र में हमारी सुरक्षा चिंताओं और आतंकी समूहों को खत्म करने से जुड़ा हुआ है। भारत और अमेरिका के बीच भी काफी अहम संबंध हैं। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच भी दोस्ताना संबंध हैं।”
उन्होंने कहा, “हम कई मौकों पर पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद से गंभीर खतरे के मुद्दे पर चर्चा कर चुके हैं। खुद पाकिस्तानी लोग इन आतंकी गतिविधियों का बहुत दफा शिकार हो चुके हैं।”