सौम्या केसरवानी।Navpravah.com
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में असहिष्णुता की बढ़ती घटनाओं को लेकर अमेरिका में भी चिंता बढ़ रही है। राहुल ने कहा कि प्रवासी भारतीयों से देश को बांटने वाली ताकतों के खिलाफ खड़े रहें।
राहुल ने इंडियन नेशनल ओवरसीज कांग्रेस द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने अमेरिका के अपने मौजूदा दौरे के दौरान प्रशासन के लोगों और रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों के सदस्यों से मुलाकात की, जिन्होंने मुझसे पूछा, “भारत में सदियों से कायम सहिष्णुता का क्या हुआ? सौहार्द का क्या हुआ?” राहुल ने कहा कि देश की विभाजनकारी राजनीति भारत की छवि को विदेशों में धूमिल कर रही है।
उन्होंने कहा कि विदेशों में रह रहे प्रवासियों को भारत को बांटने वाली शक्तियों के खिलाफ खड़े होना चाहिए। दुनियाभर में लोक लुभावनवाद असहिष्णुता चरम पर है और विश्व चिंतन में है कि क्या भारत के पास शांति बहाली के उपाय हैं।
राहुल ने आगे अपने भाषण में कांग्रेस को प्रवासी भारतीयों की पार्टी बताया। उन्होंने कई नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों का उल्लेख किया, जो देश का नेतृत्व करने के लिए विदेशों से स्वदेश लौटे थे। कहा कि प्रवासी भारतीय, जहां बसे हैं, उसी स्थान से या फिर स्वदेश लौटकर देश के विकास में योगदान दे सकते हैं।
टाइम्स स्क्वायर के एक होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 2000 लोगों ने हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम विदेशों में रह रहे भारतीयों में पार्टी की छवि को उबारने के प्रयास का हिस्सा है। कांग्रेस की तुलना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रवासी समुदाय में अच्छी पैठ है। लेकिन शिक्षण क्षेत्र और मीडिया में कांग्रेस समर्थक अधिक हैं।