सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
यौन शोषण के खिलाफ सोशल नेटवर्किंग साइट पर #MeToo कैंपेन में अब तक कई नाम सामने आ चुके हैं, मामले की गंभीरता को समझते हुए अब सरकार इस पर एक्शन लेने की तैयारी कर रही है।
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेनका गांधी ने कहा कि सरकार द्वारा जल्द ही एक कमेटी का गठन किया जाएगा, इस कमेटी में जज और कानून विशेषज्ञ शामिल होंगे, जो पहले मामलों की गहनता से जांच करेंगे और फिर इसकी सुनवाई करेंगें।
मेनका गांधी ने कहा, मैं प्रत्येक शिकायत की पीड़ा और सदमा समझ सकती हूं, उन्होंने कहा कि किसी के दर्द को समझने से बात नहीं बनती है, इसलिए इस बात का फैसला लिया गया है कि इस मामलों की जांच के लिए वरिष्ठ न्यायाधीश, कानूनी विशेषज्ञों वाली प्रस्तावित समिति बनाई जाएगी।
बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति गौतम पटेल देश में चल रहे ‘मी टू’ अभियान के समर्थन में खुल कर आये हैं और कहा है कि पितृसत्तात्मक दुनिया महिलाओं को खुल कर बोलने की अनुमति नहीं देती है।
सोशल नेटवर्किंग साइट पर ज़ोर पकड़ती मुहिम-
देश में जारी ‘मी टू’ मुहिम के तहत कई महिलाओं ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न या यौन दुर्व्यवहार के अनुभव साझा किए हैं, जिसके लपेटे में केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर और फिल्म अभिनेता आलोक नाथ सहित मीडिया और मनोरंजन जगत के कई नामी-गिरामी चेहरे आए हैं।