अमित द्विवेदी,
फिल्म निर्माता-निर्देशक अनुराग कश्यप ने एक बार फिर सेंसर बोर्ड को आड़े हाथों लिया है। इस बार कश्यप ने सेसंर बोर्ड पर आरोप लगाते हुए कहा कि सेंसरशिप के दिशा-निर्देशों के चलते उनके करियर के 7 साल बर्बाद हुए।
मेलबर्न में आयोजित भारतीय फिल्मोत्सव में अतिथि के रुप में शामिल कश्यप ने कहा, ‘सेंसरशिप के कारण मेरा कैरियर सात साल तक अवरुद्ध हो गया था।’ कश्यप ने कहा कि उन्होंने एक फिल्म बनाई थी, जिसका नाम था ‘पांच’। फिल्म ‘पांच’ को शुरु में मादक पदार्थ के मुद्दे और पुलिस अधिकारी के खिलाफ हिंसा के कारण रोक दिया गया था। और जब तक बोर्ड ने फिल्म को पास किया, हमारा निर्माता दिवालिया हो गया।
कश्यप ने कहा कि ऐसे कई निर्माताओं के साथ भी होता है, जिसपर नियंत्रण की आवश्यकता है। कई दफा सेंसरशिप की वजह से फिल्में सालों लटक जाती हैं। इसलिए ज़्यादातर निर्माताओं की फिल्मों में रूचि ही समाप्त हो जाती है। उड़ता पंजाब को लेकर भी उन्होंने स्पष्ट किया कि फिल्म के रिलीज़ के पहले बोर्ड ने काफी बखेड़ा खड़ा किया था।