एनपी न्यूज़ डेस्क । Navpravah.com
बेंगलुरु में सीनियर जर्नलिस्ट गौरी लंकेश को कल गोलियों से छलनी कर दिया गया, अज्ञात बदमाशों ने काफी नजदीक से उन पर गोलियां चलाईं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। वैचारिक मतभेदों को लेकर वह कुछ लोगों के निशाने पर थीं, उन्हें निर्भीक और बेबाक पत्रकार माना जाता था।
गौरी लंकेश साप्ताहिक मैग्जीन ‘लंकेश पत्रिके’ की संपादक थीं। इसके साथ ही वो अखबारों में कॉलम भी लिखती थीं। टीवी न्यूज चैनल डिबेट्स में भी वो एक्टिविस्ट के तौर पर शामिल होती थीं।
वह कर्नाटक की सिविल सोसायटी की चर्चित चेहरा थीं, गौरी कन्नड़ पत्रकारिता में एक नए मानदंड स्थापित करने वाले पी. लंकेश की बड़ी बेटी थीं। वह वामपंथी विचारधारा से प्रभावित थीं और हिंदुत्ववादी राजनीति की मुखर आलोचक थीं।
वहीं सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर काफी गुस्सा नजर आ रहा है। कई नेताओं ने ट्वीट कर हमले की आलोचना की है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गौरी लंकेश की हत्या पर दुख जताया और लिखा कि सच को कभी दब नहीं सकता है।
खबरों के मुताबिक अज्ञात हमलावरों ने लंकेश पर सात गोलियां दागीं, अधिकारियों ने इस घटना की जांच के लिए स्पेशल टीम गठित करने की बात कही है, पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा है कि इस जघन्य अपराध की निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। जल्द से जल्द इस अपराध के लिए अपराधियों को सजा दी जायेगी।