एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
राम रहीम को सीबीआई की विशेष कोर्ट ने साध्वी के साथ दुष्कर्म का दोषी पाया. जिसके बाद रामरहीम के सुरक्षाकर्मियों ने कोर्ट की अवमानना करते हुए उसे जेल तक ले जाने से इंकार कर दिया. इन गार्ड्स में 6 सरकारी और 2 प्राइवेट सुरक्षा कर्मी थे.
अदालत के आदेश के विपरीत जाने के लिए इन सुरक्षा कर्मियों पर पंचकुला सेक्टर 8 थाने में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई कोर्ट के फैसला आने के बाद तक रामरहीम की जेड श्रेणी सुरक्षा वापस नहीं ली गई थी, और सुरक्षा कर्मी बाबा की जी हुजूरी में लिप्त पाए गये. कोई बैग उठाकर चल रहा था तो कोई उच्चतम कोटि की सुरक्षा प्रदान कर रहा था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ रामरहीम अपनी प्राइवेट गाडी में ही सेना मुख्यालय जाना चाहता था, जिसे लेकर आईजी के साथ सुरक्षा कर्मियों के द्वारा बदतमीजी करने की भी खबर आई थी. डीजीपी बीएस संधू ने इस दुर्व्यवहार की पुष्टि की थी. सरकार को जब इस भूल का अहसास हुआ कि राम रहीम को जेड श्रेणी सुरक्षा दी जा रही है तो फौरन सुरक्षा वापस ली गई.