कोमल झा| Navpravah.com
बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त जेल से आने के बाद अपनी फ़िल्मों की शूटिंग निपटाने में व्यस्त संजय दत्त इन दिन जहां एक ओर लगातार फिल्में साइन कर रहे हैं वहीं अब एक मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं. बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से संजय दत्त को जल्द रिहा करने पर सवाल किए हैं.
तो कोर्ट ने कहा, ‘सरकार ने संजय को रिहा करने पर उनके अच्छे व्यवहार का हवाला दिया था लेकिन वो आधे समय तक पैरोल पर बाहर थे. ऐसे में सरकार ने उनके अच्छे व्यवहार का आंकलन कब और कैसे कर लिया.’ जस्टिस सावंत ने यहां पूछा, ‘क्या सरकार ने डीआईजी, जेल से सलाह ली थी या जेल निरिक्षक ने सीधा अपनी सिफारिश राज्यपाल को सौंप दी थी.’
सजा में कमी के फैसले के बाद संजय गुरुवार को पुणे के यरवदा जेल से रिहा होने वाले हैं. महाराष्ट्र गृह विभाग के मुताबिक, अच्छे व्यवहार के आधार पर उनकी सजा में कमी की गई है। याचिकाकर्ता के वकील नितिन सत्पुते ने कहा, ‘‘संजय दत्त की सजा में की गई कमी गलत और गैर-कानूनी है.
दरअसल संजय दत्त साल 1993 में हुए मुंबई बम धमाको के दौरान गैर कानूनी हथियार रखने के मामले में 5 साल जेल की सज़ा पाए हुए थे. मई 2013 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से सज़ा मिली और वो पुणे की यरवाडा जेल में बंद थे, जहां से फरवरी 2016 में उन्हें रिहा किया गया और लगभग 8 महीने की सज़ा कम कर ऐसा किया गया.
समाजसेवी प्रदीप भालेकर ने कहा मामूली अपराधों के अन्य दोषियों का क्या होगा जो सालों से जेल में सड़ रहे हैं? उन्होंने भी सजा में कमी की अर्जियां दाखिल कर रखी हैं, लेकिन उन पर कोई उचित आदेश नहीं दिया गया.