प्रमुख संवाददाता,
कैराना में हिंदुओं के कथित पलायन पर राजनीति गरमाती ही जा रही है। कैराना से हिन्दुओं के पलायन की लिस्ट जारी करने वाले सांसद हुकुम सिंह के मना करने के बावजूद बीजेपी विधायक संगीत सोम ने करीब 2000 समर्थकों के साथ अपनी ‘निर्भय यात्रा’ शुरू कर दिया था, हालांकि सरधना के 2 किलोमीटर बाद ही यह यात्रा रोक दी गई। संगीत सोम ने पलायन किए लोगों की वापसी के लिए 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। नहीं तो सड़कों पर उतरने की बात कही है।
संगीत सोम की इस यात्रा से बीजेपी ने किनारा कर लिया है। बीजेपी इसे उनकी निजी यात्रा बता रही है। यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य भी इस यात्रा से किनारा करते दिखे लेकिन इसके बावजूद संगीत सोम यात्रा पर निकल गए और यात्रा के रोके जाने पर सोम और उनके समर्थकों ने पुलिस से जमकर बहस की।
इससे पहले हुकुम सिंह ने भी कहा था कि उनकी जानकारी के मुताबिक, संगीत सोम यात्रा नहीं निकाल रहे हैं तथा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का भी यही फैसला है। यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने भी कहा था कि अभी कैराना मुद्दे पर हमारा कोई कार्यक्रम नहीं है। रिपोर्ट आने के बाद हम राज्यपाल से मिलेंगे, फिर हमारा कार्यक्रम तय होगा। पर संगीत सोम ने इसे लेकर कहा कि हुकुम सिंह की ओर से उन्हें ऐसा कोई संदेश नहीं मिला है। वह सीनियर नेता हैं, वे जैसा कहेंगे वैसा ही होगा। इसके बावजूद संगीत सोम ने यात्रा निकाली।
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने भी ‘सद्भावना यात्रा’ निकाली जबकि सपा नेता शिवपाल यादव कह रहे हैं कि कैराना से हिंदुओं का पलायन हुआ ही नहीं है। लगभग 500 लोगों की इस भीड़ को भी पुलिस ने रोक दिया।
उल्लेखनीय है कि प्रशासन ने किसी भी यात्रा को इजाज़त नहीं दी थी। हालांकि दोनों ही नेता अपने-अपने समर्थकों के साथ यात्रा निकालने पर अड़े हुए थे। लिहाजा इसके चलते सरधना में भारी सुरक्षा तैनात की गई है और धारा 144 लगा दी गई है।