सौम्या केसरवानी,
अब दोबारा जब आपको अस्पताल जाना पड़े तो नर्सिंग सहयोगी कोई इंसान नहीं बल्कि रोबोट हो सकते हैं। इसके लिए हमें वैज्ञानिकों का शुक्रिया करना होगा, जिन्होंने रोबोट को इंसान के सभी कामों की नकल का प्रशिक्षण दिया है।
मरीजों की सुविधा के लिए वैज्ञानिकों ने दिन रात मेहनत करके यह नई व्यवस्था तैयार की है, जिससे बिना त्रुटि लगातार सेवा दी जा सके। इटली के पॉलिटेक्नीको डि मिलानो की एलेना डि मॉमी और उनके सहयोगियों द्वारा किये गये खोज में इस बात के संकेत मिलते हैं कि सर्जरी और अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर इंसान और रोबोट प्रभावी तरीके से अपने कामों को स्पष्ट रूप से कर सकते हैं।
खोजकर्ताओं ने कहा कि दूसरी बात ये है कि रोबोट इंसानों की तरह थकते नहीं है और जिससे गलती होने की गुंजाइश में कम होगी और सेवाओं में सुधार होगा।