ब्यूरो,
विद्यालय, जहाँ विद्यार्थी जाति, धर्म, ऊँच-नीच से परे अपने उज्जवल भविष्य की तैयारी करता है, वहीं अगर उसका भविष्य गर्त में ढकेला जाए, तो निश्चित ही यह भारत के भविष्य के लिए अत्यंत चिंताजनक है। केरल के कोच्ची शहर से ऐसी ही एक चिंतनीय खबर सामने आयी है। कोच्ची के एक स्कूल पर आरोप है कि वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को आपत्तिजनक सामग्री पढ़ाकर इस्लाम के लिए जान देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा था।
आपको बता दें कि कोच्ची के एर्नाकुलम में स्थित इस विद्यालय का नाम ‘पीस इंटरनेशनल स्कूल’ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस स्कूल को ऐसा करने का आदेश देने वाला शख़्स विवादित धर्मगुरु जाकिर नाईक का परिचित है जो उस इलाके का एक जाना माना बिजनेसमैन है।
दरअसल, स्कूल के खिलाफ एर्नाकुलम जिले के शिक्षा अधिकारी ने शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने स्कूल की एक रिपोर्ट भी तैयार की थी जिसमें उन्होंने लिखा था कि स्कूल में जो कुछ भी पढ़ाया जा रहा है वह धर्म निरपेक्षता के बिलकुल ख़िलाफ़ है। सूत्रों के अनुसार उस विद्यालय में विद्यार्थियों को इस्लाम के लिए जान तक देने जैसी शिक्षा दिनजाति है।
इस विषय में जानकारी मिलते ही पुलिस ने स्कूल पर आईपीसी की धारा 153A और 34 लगाई है जिसके तहत स्कूल के प्रिंसिपल, व्यवस्थापक और तीन ट्रस्टीज के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह स्कूल LKG से आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाता है। कुछ लोगों को शक है कि जाकिर नाईक के कहने पर ही स्कूल के पाठ्यक्रम में विवादित चीजें डाली गई थीं।
गौरतलब है कि बांग्लादेश में हमला करने वाले युवा लड़कों के जाकिर नाईक से प्रेरित होने की बात पता चलने के बाद से ज़ाकिर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। तभी से उनका जैम कर विरोध भी हो रहा है। बांग्लादेश में उनपर अब बैन लगा दिया गया है। कनाडा, लंदन जैसे कई देशों में उनपर पहले ही बैन है। इसके अतिरिक्त हाल ही में केरल से 6 संदिग्ध लोगों को आईएसआईएस से संबंध होने के शक़ में गिरफ्तार भी किया गया है।