सौम्या केसरवानी। Navpravah.com
चिकित्सा विश्वविद्यालय में चिकित्सा शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए चिकित्सा शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष से बढ़ाकार 70 करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने बताया की हमारा निरंतर प्रयास रहता है कि चिकित्सकीय सेवाओं को बेहतर किया जाये और हमारे किसी भी मरीज को कोई परेशानी ना हो।
चिकित्सा विश्वविद्यालय देश का एक जाना माना संसथान है, जहाँ पर दुनिया भर से लोग अपने इलाज के लिए आते हैं, बेहतरीन चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ ही यहाँ पर विशेषज्ञ चिकित्सक भी मौजूद हैं।
यही वअन्य चिकित्सा संस्थानों से मरीजों को यहाँ रेफ़र किया जाता है, इसलिए चिकित्सा शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष से बढ़ाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इस प्रस्ताव में कुलपति की ओर से चिकित्सा शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु 70 करने की मांग की है।
प्रो. भट्ट ने बताया कि सीटी स्कैन और एक्स-रे की जांच में चिविवि द्वारा फिल्म उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है। कुलपति ने कहा की हमारे डॉक्टर ईमानदारी से काम करते हैं। बीते दिनों ट्रॉमा सेण्टर की दुर्घटना के बाद सब कुछ इतनी जल्दी सामान्य करना काबिले तारीफ हैं। उतनी बड़ी घटना के बावजूद उसी रात इमरजेंसी व्यवस्थाओं को बहाल कर दिया गया। शताब्दी अस्पताल में तीमारदारों के रहने के लिए पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन द्वारा रैनबसेरे का निर्माण कराया जा रहा है, अभी ओल्ड डेण्टल भवन और पल्मोनरी विभाग के पास रैनबसेरे का संचालन किया जा रहा है।