शिखा पांडेय,
राजनीति का राज़ आज तक कोई समझ नहीं पाया है। खबर है कि सुप्रीम कोर्ट के मशहूर वकील व पूर्व सांसद राम जेठमलानी अब लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से राज्यसभा भेजे जाएंगे।
अपनी बेबाक राय के लिए जाने जानेवाले राम जेठमलानी को 2013 में बीजेपी ने उनके बयानों के कारण ही किनारे लगा दिया था। उनके बयानों से ख़फ़ा पार्टी ने पहले तो उन्हें निलंबित किया फिर निष्कासित कर दिया था। पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में जेठमलानी को 6 साल के लिए निष्कासित करने का फैसला किया था। इसके बाद से वह राज्यसभा में निर्दलीय सांसद थे।
चाहे बात नरेंद्र मोदी की पीएम उम्मीदवारी को लेकर उनके समर्थन की हो या, सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा की नियुक्ति के मसले पर बयान का मामला हो या काले धन का। जेठमलानी ने अपनी ही पार्टी के ख़िलाफ़ खुलकर बयान दिए। इसके बाद 25 नवंबर 2013 को पार्टी से उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।
अब राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी एवं राम जेठमलानी का राज्यसभा में जाना लगभग तय माना जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राम जेठमलानी को राजद की ओर से राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाए जाने पर पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मुहर लगा दी है। उम्मीद है कि जेठमलानी आगामी 30 मई को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
सूत्रों के अनुसार राज्यसभा की पांच रिक्त होने वाली सीटों में से दो पर राजद का दावा बनता है। इनमें एक सीट पर पहले से ही पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का नाम तय था। अब दूसरा नाम भी जेठमलानी के रूप में तय हो चुका है। सूत्रों ने बताया कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने इससे पहले भी एक बार राम जेठमलानी को राज्यसभा भेजने का मन बनाया था, लेकिन उस बार यह फैसला नहीं लिया जा सका, पर इस बार राम जेठमलानी को मौका दिए जाने पर निर्णय ले लिया गया है।