कोमल झा| Navpravah.com
सन 2010 में फिल्म ‘लव सेक्स और धोखा’ से डेब्यू करने वाले कलाकार राजकुमार राव ने बॉलीवुड में अपनी एक अहम जगह बना ली है। अपनी काबिलियत और मेहनत से राजकुमार आज हर निर्देशक की पसंद हैं। राजकुमार की आगामी फ़िल्म ‘शादी में ज़रूर आना’ को लेकर उन्होंने नवप्रवाह से खुलकर बात की। प्रस्तुत है राजकुमार राव से हमारी संवाददाता कोमल झा की हुई लम्बी बातचीत के प्रमुख अंश-
पहले बरेली की बर्फी फिर शादी में ज़रूर आना दोनों में आपकी लीड अभिनेत्रियाँ कृति नाम की है। कितना मुश्किल रहा दोनों को हैंडल करना?
राजकुमार: मुझे पंडितजी से पूछना पड़ेगा कि यह प्लैनेट कृति क्या है। लेकिन दोनों कृति बहुत अमेजिंग हैं। कृति खरबंदा भी अच्छी एक्ट्रेस हैं, दोनों की अपने आप में एक अलग पहचान है।
फिल्म शादी में जरूर आना के बारे में बताइए।
राजकुमार: मैं रत्ना जी (डायरेक्टर) को पहले से जानता हूं। पहले भी हम किसी प्रोजेक्ट से जुड़ने वाले थे, लेकिन बात नहीं बन पाई। यह कहानी काफी अलग है। दो किरदारों की रिहर्सल मुझे बरेली की बर्फी ने करा दी थी। फिल्म में मेरा सत्तू का किरदार है, जो जिंदगी में काफी अलग तरह से काम करता है। इंटरवल के बाद वो बड़ा अफसर बन जाता है।
क्या घरवालों ने कभी सरकारी नौकरी के लिए फोर्स किया ?
राजकुमार: मैं फिल्मों में आईएस, पीसीएस या आतंकवादी बन जाता हूं। घरवालों ने कभी भी मुझे किसी भी चीज के लिए फोर्स नहीं किया। मैंने मार्शल आर्ट भी सीखा है। उन्हें लगता था कि ये जो भी करता है, उसमें ही लगा रहे। सरकारी नौकरी करने के लिए भी कभी फोर्स नहीं किया।
फिल्म फन्ने खां के बारे में कुछ बताइए।
राजकुमार: मेरी और अनिल कपूर सर की प्यारी सी फ्रेंडशिप है। उनके साथ काम में बहुत मजा आ रहा है। हम काफी बातें शेयर करते हैं। मैं चुपचाप उन्हें सुनता रहता हूं। वो मुझे स्पेस देते हैं। उन्होंने पूरी दुनिया देखी है। ऐश्वर्या राय के साथ एक अलग तरह का रोमांटिक एंगल है, जो कि काफी अद्भुत होने वाला है। अनिल कपूर का लुक मुझे काफी अच्छा लगा। ‘दिल धड़कने दो’ में उन्होंने अपने लुक पर काम किया था। इस बार फिर से फिल्म की डिमांड पर उन्होंने लुक बदला है।
‘न्यूटन’, ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई है। क्या कुछ बदला है उसके बाद से।
राजकुमार: बहुत सी चीज़े बदली हैं। मुझे अमेरिका जाना था ‘न्यूटन’, के लिए, पैर में अपनी चोट की वजह से नहीं जा पाया। मुझे ख़ुशी है कि ‘न्यूटन’ सक्सेस हुई। मैं चाहता हूँ और 10 फिल्म्स ‘न्यूटन’ की तरह अच्छी चले, जिससे सिनेमा इंडस्ट्री ग्रो करे।
‘न्यूटन’ ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई, पर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स सीक्रेट बैलट को ज्यादा पॉइंट्स दे रहे हैं? क्या आपको कुछ डर है?
राजकुमार: मुझे मालूम नहीं क्या क्राइटेरिया है पॉइंट्स देने का। मैंने हार्ड वर्क किया है। ऑस्कर मिलता है तो अच्छा लगेगा। ‘न्यूटन’ और सीक्रेट बैलट दोनों में कोई समानता नहीं है।
कृति के साथ काम करके कैसा लगा ?
राजकुमार: अच्छा लगा। फुल ऑफ़ लाइफ है कृति। बहुत समझदार है, पैशनेट है अपने काम को लेकर, और बहुत मोटिवेटेड है।