शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
विदेश में छुट्टियां मना कर, दिल दिमाग से बिलकुल तरोताज़ा होकर लौटे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी उत्तरप्रदेश के चुनावी दंगल में विरोधियों को पटखनी देने के लिए फ़ौरन चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। अपने प्रवास से लौटते ही राहुल ने सबसे पहले उत्तरप्रदेश में ‘मायाजाल’ फैलाती समाजवादी पार्टी और ‘मुलायम’ रुख अपनाये पड़ी मायावती के कार्यकलापों का जायज़ा लिया। इस सिलसिले में उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अपनी बहन प्रियंका गांधी से गुफ्तगू की। उसके बाद कांग्रेस की चुनावी तैयारियों के लिए पार्टी नेताओं से रुबरू हुए।
विदेश से दस दिन की छुट्टियां मनाकर लौटे राहुल ने सबसे पहले उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अगुवाई वाली सपा के साथ चुनावी तालमेल की चल रही कसरत की समीक्षा की। फिर पंजाब में स्टार क्रिकेटर नवजोत सिद्धू के कांग्रेस में प्रवेश का रास्ता साफ किया। आपको बता दें कि कांग्रेस अब भी अखिलेश के साथ गठबंधन की आस में है। सूत्रों द्वारा इस सिलसिले में राहुल और अखिलेश की मुलाकात की भी गुंजाइश बताई जा रही है।
नए साल में अपनी तरोताज़ा राजनीतिक मैराथन शुरू करने से पहले राहुल मंगलवार सुबह अपनी माँ का आशीर्वाद लेने दस जनपथ पहुंचे। राहुल और सोनिया की इस मुलाकात में प्रियंका भी शामिल हुई। वैसे तो इन तीनों की यह मुलाकात पारिवारिक थी, मगर आगामी चुनावी घमसान के सिलसिले में चर्चा स्वाभाविक थी।
उल्लेखनीय है कि राहुल बीते 31 दिसंबर से ही विदेश प्रवास पर थे और उनकी गैर मौजूदगी में ही उत्तरप्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनाव का ऐलान हुआ। अपनी अनुपस्थिति में हुए चुनावी ऐलान की तैयारियों को रफ्तार देने के लिए सोमवार देर रात स्वदेश लौटे राहुल ने पारिवारिक बैठक के तुरंत बाद तुगलक लेन के अपने सरकारी आवास पर सियासी बैठकों का सिलसिला शुरू किया। तब तक प्रियंका भी राहुल के आवास पर पहुंच चुकी थीं।
राहुल-प्रियंका के साथ बैठक का पहला मौका कैप्टन अमरिंदर को मिला। इसके बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष ने उत्तरप्रदेश, गोवा और उत्तराखंड की चुनावी तैयारियों का अपडेट लिया। इसके बाद पंजाब के उम्मीदवारों की अंतिम लिस्ट को हरी झंडी दी। फिर नोटबंदी पर कांग्रेस के बुधवार को हो रहे सम्मेलन को लेकर वरिष्ठ पार्टी नेताओं से रुबरू हुए।
आश्चर्य की बात यह रही कि विदेश प्रवास से पहले नोटबंदी पर लगभग रोजाना सरकार पर हमला बोलने वाले राहुल ने लौटने पर सार्वजनिक रुप से कोई बयान नहीं दिया और न ही टिवटर के जरिए स्वदेश वापसी की आधिकारिक जानकारी साझा की। गौरतलब है कि राहुल ने 31 दिसंबर को ट्वीट के जरिए कुछ दिनों के लिए विदेश प्रवास पर जाने की बात साझा करते हुए लोगों को नए साल की शुभकामनाएं दी थी।