शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
ओम पुरी जैसा एक महान और उम्दा कलाकार इस दुनिया को बड़ी जल्दी अलविदा तो कह गया, लेकिन छोड़ गया कई ऐसे अनसुलझे रहस्य, जिनके बारे में उसके चाहनेवालों ने कभी सोचा ही न होगा। ओम पुरी से जुड़ी ऐसे ही कुछ खास बातों को उजागर किया है, उनके परम मित्र नसीरुद्दीन शाह ने। शाह ने ओम पुरी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक अति अद्भुत कलाकार बताया। नसीर ने ट्विटर पर भी लिखा, ” हमने एक उम्दा कलाकार खो दिया। पूरे हिंदुस्तान को और सिनेमा जगत को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।”
शाह ने ओम पुरी के व्यक्तिगत जीवन से जुड़ी कुछ समस्याओं का ज़िक्र करते हुए कहा, “उनकी व्यक़्क्तिगत समस्याएं, जिनमें मैंने कभी हस्तक्षेप नहीं किया, उन समस्याओं ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत कमज़ोर बना दिया था।” शाह ने बताया कि अपने अंतिम सालों में ओम किसी ऐसी समस्या से जमकर जूझ रहे थे, जिससे बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था।
डीएनए को दिए अपने इंटरव्यू में शाह ने बताया, “हालांकि उनकी मृत्यु अचानक हुई, लेकिन मैं इसे पूर्णतः अकस्मात् मृत्यु नहीं मनाता। कहीं न कहीं, उनकी मृत्यु ने उन्हें तनाव भरे जीवन से पूर्णतः मुक्ति दिला दी। इस तनाव में उनकी वे बुरी फिल्में भी शामिल हैं, जो उन्होंने शायद आर्थिक परिस्थितियों की वजह से चुनी हों।”
शाह ने बताया कि ओम पुरी कभी भी छोटे किरदार निभाने में भी हिचकिचाये नहीं। शाह ने बताया, “हम दोनों बहुत करीबी मित्र थे। अक्सर हम कई फिल्मों में एक दूसरे के लिए सपोर्टिंग किरदार निभाते थे। ओम ने अक्सर मेरी फिल्मों में कैमियो रोल्स निभाए, जैसे साई परांजपे की फिल्म ‘स्पर्श’ में। मैं उन्हें अक्सर पूछता था कि क्या उन्हें मेरे लिए ऐसे छोटे रोल निभाना बुरा नहीं लगता? वे गालियां देते हुए कहते, “अरे यार, मैं ये सब तुम्हारे लिए नहीं करता। इसलिए करता हूँ, क्योंकि मुझे फिल्म पर पूरा विश्वास है।” अर्थपूर्ण सिनेमा में उनका अटल विश्वास डिगा पाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन था।”
उल्लेखनीय है कि शाह ने ओम पुरी के साथ ऑनस्क्रीन और ऑफस्क्रीन बहुत लंबा वक़्त गुज़ारा है। ‘जाने भी दो यारों’ और ‘मिर्चमसला’ जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में दोनों ने साथ मिलकर काम किया है।