एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
महाराष्ट्र के पुणे में सोमवार को हुई हिंसक झड़प मामले में दलित समुदाय ने मंगलवार को बंद का आह्वान किया है। मुंबई के कई हिस्सों में धारा 144 लगा दी गई है। इस घटना के बाद महाराष्ट्र के कई जिलों में तनाव फैलने का मामला सामने आया है, जिसके चलते स्टेट रिजर्व पुलिस (एसआरपी) की चार टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
इससे पहले सैकड़ों की तादाद में गुस्साए लोगों ने मुलुंड, चेम्बुर, भांडुप, गोवंडी ,विख्रोली के रमाबाई आंबेडकर नगर और कुर्ला के नेहरू नगर में ट्रेन अॉपरेशंस को रोक दिया। पुणे के हड़पसर और फुर्सुंगी में बसों के साथ तोड़फोड़ की गई है। इसके चलते एहतियात के तौर पर अहमदनगर और औरंगाबाद जाने वाली बसों को रद्द कर दिया गया है।
इस मामले पर महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री दीपक केसरकार ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। राज्य में कोई भी गलत संदेश नहीं फैलना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं सभी से शांति बनाए रखने की दरख्वास्त करता हूं। संपत्ति को नुकसान पहुंचा है और एक शख्स की भी मौत हुई है। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
इस मामले पर केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि उन्होंने कोरेगांव हिंसा को लेकर फडणवीस से बात की है। उन्होंने कहा कि मैंने उनसे घटना की जांच कराने की मांग की और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एक्शन लिए जाने के लिए भी कहा, ताकि ऐसी घटनाएं बार-बार न हों।
आज सुबह एनसीपी नेता शरद पवार ने ट्विटर पर स्थानीय प्रशासन को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन को मालूम था कि इतने लोग समारोह में मौजूद रहेंगे, लेकिन वह फिर भी स्थिति को काबू नहीं कर पाया।
बता दें कि पुणे के हड़पसर और फुर्सुंगी में बसों के साथ तोड़फोड़ की गई है। इसके चलते एहतियात के तौर पर अहमदनगर और औरंगाबाद जाने वाली बसों को रद्द कर दिया गया है।