बिजनेस डेस्क. पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने कहा कि ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स (ओबीसी.) और यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया (यूबीआई) के विलय के बाद बैंक का नाम बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है। PNB की तरफ से यह वक्तव्य ऐसे समय आया है जब यूबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार विलय के बाद बनने वाले नए बैंक का नया नाम और चिन्ह घोषित कर सकती है। तीनों बैंकों का विलय एक अप्रैल 2020 से अस्तित्व में आ जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले साल सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का एक दूसरे में विलय कर 4 बैंक बनाने की घोषणा की थी। ओबीसी और यूबीआई बैंक का PNB में विलय करने का फैसला किया गया। इस विलय के बाद PNB सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा बड़ा बैंक बन जाएगा।
इसके अलावा सिंडीकेट बैंक का केनरा बैंक में, इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक के साथ और इसी प्रकार आंध्रा बैंक और कार्पोरेशन बैंक का यूनियन बैंक आफ इंडिया के साथ विलय करने की घोषणा की गई। ओबीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक मुकेश कुमार जैन ने कहा कि ओबीसी, यूबीआई और PNB का प्रस्तावित विलय समानता के आधार पर होगा।