नई दिल्ली. शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बृहस्पतिवार को बिश्केक जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान पाकिस्तान के वायुक्षेत्र से नहीं गुजरेगा। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इस बारे में जानकारी दी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री का विमान किर्गिज गणराज्य की राजधानी बिश्केक पहुंचने के लिए ओमान, ईरान और कुछ अन्य मध्य एशियाई देशों के ऊपर से उड़ान भरेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बुधवार को बताया, ”भारत सरकार ने वीवीआईपी विमान के बिश्केक जाने के मार्ग के लिए दो विकल्पों पर गौर किया था। अब फैसला लिया गया है कि वीवीआईपी विमान बिश्केक जाने के लिए ओमान, ईरान और मध्य एशियाई देशों से गुजरेगा।” वह बिश्केक जाने के लिए प्रधानमंत्री के विमान द्वारा चुने जाने वाले रास्ते के संबंध में मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे।
सोमवार को पाकिस्तान के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया था कि इस्लामाबाद ने भारत के अनुरोध को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे दी है। बिश्केक जाने के लिए प्रधानमंत्री के यात्रा मार्ग पर भारत के फैसले से हैरानी हुई है क्योंकि उसने पाकिस्तान के वायुक्षेत्र से होकर गुजरने के वास्ते केवल मोदी के विमान के लिए अनुरोध किया था।
एक सप्ताह पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने भारतीय समकक्षों को पत्र लिखकर द्विपक्षीय वार्ता फिर शुरू करने की अपील की थी। खान ने 26 मई को मोदी से टेलीफोन पर बात भी की थी और दोनों देशों के लोगों की बेहतरी के लिए साथ मिलकर काम करने की इच्छा प्रकट की थी। इस पर, मोदी ने कहा था कि क्षेत्र में शांति और समृद्धि के लिए विश्वास पैदा करने और हिंसा तथा आतंकवाद मुक्त माहौल बनाना जरूरी है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री खान भी एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं और ऐसी अटकलें हैं कि वह और मोदी बहुपक्षीय मंच के इतर बैठक कर सकते हैं। हालांकि, सोमवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच इस तरह की कोई बैठक का कोई कार्यक्रम नहीं है।