अरविन्द मौर्या,
नई दिल्ली। गत 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए नोटबंदी का ऐलान कर कालेधन को समाप्त करने का बीड़ा उठाया। हालाँकि पीएम के इस फैसले को जनता का समर्थन मिला, लेकिन समूचा विपक्ष इस मुद्दे पर कभी एकसाथ तो कभी बट कर विरोध जताता रहा है।
संसद का शीतकालीन सत्र भी नोटबंदी का भेंट चढ़ा व पूरे सत्र में एक दिन भी कोई कार्य नहीं हुआ। इन्हीं मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एकबार पुनः देश के नाम संदेश देंगे। सूत्रों की मानें तो यह संदेश नववर्ष की पूर्वसंध्या पर प्रसारित होगा।
अपने संदेश मे प्रधानमंत्री विपक्ष के सवालों का तो जवाब देंगे, साथ ही नोटबंदी के 50 दिनों बाद देश को क्या मिला? व जो कालाधन बरामद हुआ है, सरकार उसका लाभ किस प्रकार गरीबों एवं किसानों तक पहुंचाएगी, प्रधानमंत्री इसका भी ऐलान कर सकते हैं।