पीयूष चिलवाल | Navpravah.com
सात अगस्त 2017, श्रावण मास के आखि़री सोमवार की विदाई रक्षाबंधन के त्योहार से हो रही है। रक्षाबंधन में राखी बांधने के लिए एक शुभमुहूर्त होता है।
रक्षाबंधन के दौरान भद्रकाल को लेकर विशेष सावधानी बरती जाती है चुंकि भद्रकाल को अशुभ माना जाता है इसलिए इस दौरान बहनें भाइयों को राखी नहीं बांधती। लेकिन इस बार भद्र के साथ चंद्रगहण भी है जिस कारण राखी बांधने के लिए सिर्फ 2 घंटे 47 मिनट का वक्त मिलेगा।
लग रहा है चंद्रग्रहण:
इस वर्ष रक्षाबंधन के अवसर पर चंद्रग्रहण का साया मंडरा रहा है। ग्रहण रात्रि 10ः53 से शुरू होगा जो 12ः48 पर खत्म होगा। ग्रहण का सूतक दोपहर 1ः53 से शुरू होगा और भद्रकाल सुबह ग्यारह बजकर पांच मिनट तक रहेगा। शास्त्रानुसार भद्रकाल और सूतक में कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता इसलिए रक्षा बांधने का समय सुबह 11ः05 बजे से दोपहर 1ः53 बजे तक है।