राजेश सोनी | Navpravah.com
सर्वोच्च न्यायालय ने भले ही फ़िल्म पद्मावत पर से पूरे देश में बैन हटा दिया हो, लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा राज्य में पद्मावत फ़िल्म नहीं दिखाई जाएगी। इन राज्यों में थिएटर मालिकों ने यह फैसला लिया है कि वह सभी फिल्म पद्मावत को अपने थिएटरों में प्रदर्शित नहीं करेंगे।
कल पूरे दिन हरियाणा, यूपी, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत पूरे देश में फ़िल्म को लेकर करणी सेना और क्षत्रिय समाज के लोगों ने जमकर पदर्शन किया। इस प्रदर्शन ने कई जगह हिंसक रूप भी धारण कर लिया था। प्रदर्शन कारियों ने कई जगह वाहनों को आग के हवाले कर दिया और कई बसों में तोड़फोड़ की। वहीं प्रशासन इन प्रदर्शनकारियों के सामने लाचार नजर आया। सुरक्षा मद्देनजर देशभर में राज्य सरकारों ने थिएटरों को कड़ी सुरक्षा मुहैया कराई है। आज करणी सेना फ़िल्म के विरोध में जनता कर्फ्यू लगाएगी।
गौरतलब है अहमदाबाद के हिमालय मॉल में पीवीआर सिनेमा हॉल को करणी सेना द्वारा निशाना बनाया गया था। करणी सेना के लोगों ने थिएटर और मॉल में जमकर तोड़फोड़ की थी। वहीं कुछ दिन पहले ही अहमदाबाद के राजहंस सिनेमा घर में भी प्रदर्शन कारियों ने तोड़फोड़ की थी। कुछ प्रदर्शन कारियों ने मुंबई-अहमदाबाद हाइवे को भी जाम कर दिया था और कई वाहनों में आग लगा दी थी।
हरियाणा के स्वास्थय मंत्री अनिल ब्रिज ने लोगों से फ़िल्म पदमावत को न देखने की अपील की है। वहीं इसी साल मध्य प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव है। इन राज्यों में राजपूतों की बड़ी आबादी है और फ़िल्म को रिलीज कर सरकार राजपूतों को नाराज नहीं करना चाहती है। फिल्म पद्मावत सिर्फ भाजपा शासित राज्यों में ही प्रदर्शित नहीं की जा रही है।