शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
चुनाव के दौरान ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ के मामले में कांग्रेस में दो फाड़ होता दिख रहा है। जहाँ कांग्रेस की मुख्य धारा का मानना है कि उत्तर प्रदेश चुनाव में ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ हुई है, वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का कहना है कि ऐसा असंभव है। कॅप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को कहा कि अगर ईवीएम से छेड़छाड़ होती, तो वे नहीं, बल्कि अकाली सत्ता में होते।
अमरिंदर सिंह ने नई दिल्ली में कहा, “अगर ईवीएम से छेड़छाड़ की गई होती, तो मैं पंजाब का मुख्यमंत्री नहीं होता। यहां अकाली होते।” दूसरी ओर कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर आरोप लगा रही है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ हुई है, जिससे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा को विधानसभा चुनाव जीतने में सहयोग मिला है। कांग्रेस ने मांग की है कि ईवीएम की जगह पुराने मतपत्रों का इस्तेमाल किया जाए।
उल्लेखनीय है कि पूर्व कानून मंत्री वीरप्पा मोईली के बाद अमरिंदर सिंह कांग्रेस के दूसरे वरिष्ठ नेता हैं, जो ईवीएम के बचाव में उतरे हैं, जबकि कांग्रेस का आरोप है कि मशीन से छेड़छाड़ हुई है। पंजाब में विधानसभा की 117 सीटों में से 77 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज कर एक दशक से सत्ता में काबिज अकाली-भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाया।