कोमल झा |Navpravah.com
सरकार आधार कार्ड को पहले के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए काम कर रही है. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के अध्यक्ष जे.सत्यनारायण ने कहा, “सुरक्षा और निजता को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है, इसके तहत आधार को ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए सरकार कदम उठा रही है. इकोनॉमी टाइम्स की खबर के मताबिक सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज आपके आधार कार्ड की जानकारी को पहले से ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए सरकार कदम उठा रही है.
इकोनॉमी टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है कि सभी सरकारी विभागों को यह निर्देश दिये गए हैं कि अपने विभाग की वेबसाइट का तत्काल रिव्यू करें और सुनिश्चित करें किसी व्यक्ति की निजी जानकारी वेबसाइट पर न दिख रही हो.” सत्यनारायण ने दावा किया है कि लोगों की सुरक्षा के साथ किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जा रही है। साथ ही यह भी कहा, “इस देश के नागरिकों को इस बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इसका कितने अच्छे तरीके से और कितना लाभ उठाया जाए तथा इसे और अधिक दक्ष तथा उत्पादक बनाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।”
आपको बता दें कि सत्यनारायण ने यह बयान रिपोर्ट सेंटर फॉर इंटरनेट एंड सोसायटी (सीआईएस) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के बाद सामने आई है। इस रिपोर्ट में आधार कार्ड की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए थे। इसमे कहा गया था कि 13.5 करोड़ भारतीयों की आधार संख्या और व्यक्ति सूचनाएं आधिकारिक पोर्टल से लीक हो सकती हैं। इसपर सत्यनारायण ने यह भी साफ कर दिया है कि देश की आबादी 128 करोड़ है। इसमें से करीब 115 करोड़ लोगों को आधार कार्ड दिए जा चुके हैं।
तमाम सरकारी वेबसाइट्स से आधार कार्ड की जानकारी लीक होने की खबरों के बाद सरकार ने आधार कार्ड में उपलब्ध जानकारी को और सुरक्षित बनाने के लिए सुरक्षा संबंधी कुछ और इंतजाम किये हैं. सभी मंत्रालयों को आधार कार्ड और पर्सनल फाइनेंस संबंधी जानकारी को इंक्रिपटेड करने के निर्देश दिये गए हैं. जानकारियों को इंक्रिपटेड करने का आशय यह है कि आधार कार्ड में दर्ज आपकी जानकारी को सर्वर में कोड के जरिए कूटलेखन तरीके से इन्कोड करके रखा जाएगा, जिससे इसे चुराया न जा सके. इस तरीके से आपकी निजी जानकारी पहले से ज्यादा सुरक्षित हो जाएगी और उसका कोई भी गलत इस्तेमाल नहीं कर पाएगा. गौर हो कि आपकी बायोमेट्रिक डिटेल के आधार पर बना 12 अंक का यूनीक आईडी आधार नंबर आपके बैंक खाते से जुड़ा होता है जिसके जरिये सरकार तमाम सामाजिक कल्याण से जुड़ी स्कीमों की सब्सिडी सीधे खाते में ट्रांस्फर करती है.
आयकर विभाग ने करदाताओं को एसएमएस सुविधा का उपयोग कर आधार संख्या को पैन नंबर से लिंक करने के लिए कहा है. देश के प्रमुख समाचार पत्रों में दिए गए विज्ञापनों में विभाग ने एसएमएस के माध्यम से आधार और पैन को आपस में लिंक करने की जानकारी दी है. इसके लिए किसी व्यक्ति को अपने फोन से बड़े अक्षरों में यूआईडीपीएएन के बाद खाली जगह छोड़कर अपनी आधार संख्या और फिर उसके बाद अपनी पैन संख्या को लिखकर 567678 या 56161 को एसएमएस भेजना होगा.