शिखा पाण्डेय,
क़रीब दो महीनों से जम्मू कश्मीर में जारी हिंसा के बीच 28 सांसदों का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कल कश्मीर जायेगा। उससे पूर्व आज दिल्ली में गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में एक सर्वदलीय बैठक हुई। राजनाथ सिंह ने बैठक के बाद कहा कि सभी पक्षों से इस विषय में बातचीत होगी।
सरकार की ओर से इस बैठक में राजनाथ सिंह के अलावा अरुण जेटली, जितेंद्र सिंह, अनंत कुमार, रामविलास पासवान शामिल हुए। कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे, ग़ुलाम नबी आज़ाद और अंबिका सोनी थीं। गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि हम सभी चाहते हैं कि हालात ठीक हो जाएं।
बैठक में लेफ़्ट की ओर से बातचीत में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को भी निमंत्रण भेजे जाने की मांग रखी गई। साथ ही जम्मू-कश्मीर में विश्वास पैदा करने वाले क़दमों की घोषणा करने की मांग की गई। उदाहरणार्थ, पैलेट गन को हटाकर मिर्ची बम लाए जाने की मांग रखी गई है। इसी विषय में आज सुबह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई।
इस सत्र के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि कल से जब सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कश्मीर की यात्रा पर होगा तब सरकार को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता करने के लिए हुर्रियत कॉफ्रेंस को आमंत्रित करना चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के दौरान विश्वास बहाली के उपायों की भी घोषणा करनी चाहिए।