पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को सीबीआई ने आज मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया है।
इससे पहले 26 फरवरी को दिल्ली की एक अदालत ने कार्ति चिदंबरम के चार्टर्ड एकाउंटेंट एस भास्कररमन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था, भास्कररमन को आईएनएक्स मीडिया से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था।
विशेष न्यायाधीश एनके मल्होत्रा ने सीए को तिहाड़ जेल भेज दिया था, ईडी के विशेष लोक अभियोजक नीतेश राणा ने उनसे और तीन दिन की न्यायिक पूछताछ के लिए अनुमति मांगी थी।
कार्ति का नाम 2007 में आईएनएक्स मीडिया में कोषों को स्वीकार करने के लिए विदेशी निवेश संबर्धन बोर्ड की मंजूरी से जुड़े एक मामले में सामने आया है। ईडी ने दावा किया था, कि भास्कररमन गलत तरीके से अर्जित संपत्ति.के प्रबंधन में कार्ति की मदद कर रहे थे।
बिजनेसमैन और कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम तमिलनाडु में शिवगंगा जिले से हैं, वह आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं, कार्ति ने यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से बिजनेस मैनेजमेंट और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली है, फिर कार्ति ने बिजनेसमैन के रूप में करियर शुरू किया।
बता दें कि, आईएनएक्स मीडिया रिश्वत केस के तहत इस कंपनी को विदेशी निवेश प्रमोशन बोर्ड क्लीयरेंस दिलाने के एवज में कार्ति को 10 लाख रुपये की रिश्वत दी गई थी।
सीबीआई के अनुसार, इस काम के लिए आईएनएक्स मीडिया ने 10 लाख रुपये मैनेजमेंट कंसलटेंसी फर्म एडवांटेज स्ट्रैटजिक कंसल्टिंग लिमिटेड को दिए और सीबीआई के मुताबिक परोक्ष रूप से इस फर्म का कंट्रोल कार्ति के पास था।