शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
अपने स्वार्थ की रोटियां सेंकने के लिए कुछ राजनीतिक पार्टियों द्वारा जनता को बांटने के दिन अब लदते नज़र आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिन पर कट्टर हिंदुत्ववादी का टैग लगा दिया गया था, उन्होंने कल जहाँ सूर्य नमस्कार और नमाज़ में समानता का अपना भाव व्यक्त कर सबको चौंका दिया, वहीं जमात-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सुहैब कासमी ने उनका समर्थन कर बनावटी धर्मनिरपेक्षों के मुह पर एक और करारी चपेट लगाई है।
सुहैब कासमी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूर्य नमस्कार और नमाज में समानता वाले बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि हर धर्म लोगों को शांति की शिक्षा देता है और योगी आदित्यनाथ का यह कथन राष्ट्र को एकजुट करने में मदद करेगा। मौलाना कासमी ने कहा, “योगी आदित्यनाथ का बयान काबिले तारीफ है, जिससे राष्ट्र में एकजुटता बढ़ेगी।
कासमी ने कहा, “हर धर्म लोगों को शांति का संदेश देता है, एक-दूसरे के साथ प्यार से रहना सिखाता है। मेरा मानना है कि हर धर्म के लोगों में इबादत करने का तरीका मिलता-जुलता होता है, क्योंकि ईश्वर एक हैं। योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी यही मानना है, इसके लिए दोनों की सराहना होनी चाहिए।”
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नमाज़ और सूर्य नमस्कार को मिलता-जुलता स्वरूप बताया था।योगी ने कहा था कि दरअसल राजनीति दोनों धर्मों को एक नहीं होने देती। लखनऊ में चल रहे योग महोत्सव के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सूर्य नमस्कार में जितने आसन और मुद्राएं आती हैं, वो मुस्लिम बंधुओं के नमाज़ पढ़ने की क्रिया से मिलती-जुलती हैं।