देश के खिलाफ बोलने वालों को सबक सिखाना ज़रूरी -मनोहर पर्रिकर

शिखा पाण्डेय,

पिछले वर्ष अभिनेता आमिर खान द्वारा दिया गया असहिष्णुता संबंधित बयान एक बार फिर सुर्ख़ियों में आ गया है। इस बार रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आमिर के इस पुराने बयान को याद करते हुए कहा,” एक अभिनेता ने कहा है कि उनकी पत्नी भारत से बाहर जाना चाहती है। यह दंभपूर्ण बयान है। यदि मैं गरीब हूं और मेरा घर छोटा है तो क्या हुआ? मैं तब भी अपने घर से प्यार करूंगा और हमेशा उसे बंगला बनाने का सपना देखूंगा।”

जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी की घटना का भी जिक्र करते हुए पर्रिकर ने कहा कि कैसे कुछ लोगों को देश के विरोध में बोलने का साहस हो जाता है। ऐसे लोग जो देश के खिलाफ बोलते हैं, उन्हें इस देश के लोगों द्वारा सबक सिखाए जाने की जरूरत है। आपको बता दें कि पर्रिकर, सियाचिन पर मराठी पत्रकार-लेखकर नितिन गोखले की पुस्तक का विमोचन करने के बाद अपनी बात रख रहे थे।

रक्षामंत्री द्वारा यह बयान देते ही इसपर राजनीती शुरू हो गई। कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया,” मनोहर पर्रिकर का काम पाकिस्तान जैसे बाहरी दुश्मनों से हमारी रक्षा करना है या फिर आमिर खान जैसे साथी को धमकाना है?”

सुरजेवाला ने ट्वीट कर प्रश्न किया,” क्या यह राज धर्म है?पर्रिकर के बयान से यह साबित होता है कि हर तरह की विरोधी आवाज़ों को दबाने और दलितों और अल्पसंख्यकों को खदेड़ने की साज़िश की जा रही है।

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