देश का प्रतिनिधित्त्व करने वाले खिलाड़ियों से बहुत अपेक्षाएं -नरेंद्र मोदी

शिखा पाण्डेय,

आज मन की बात के 22वें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुरुआत रियो ओलंपिक से की। प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में पूरे देश में खेल का रंग हर नौजवान को उत्साह-उमंग के रंग से रंग देगा। रियो हमारे कानों में बार-बार गूंजने वाला है। पीएम ने ओलंपिक में हिस्सा लेने गए खिलाड़ियों को ढेर सारी  शुभकामनाएं दीं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें देश का प्रतिनिधित्त्व करने वाले खिलाड़ियों से बहुत अपेक्षाएं होती हैं, लेकिन रियो में जो खेलने गए हैं, उनका हौसला बुलंद करने का काम भी हम देशवासियों का है। उन्होंने कहा कि उस स्तर तक जो भी खिलाड़ी पहुंचता है, वो बड़ी कड़ी मेहनत के बाद पहुंचता है। एक प्रकार की कठोर तपस्या करता है। उन्होंने आह्वान किया कि हम भी आने वाले दिनों में, जहां भी हों, हमारे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के लिये कुछ-न-कुछ करें।

पीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि खिलाडियों का उत्साह बढ़ाने के लिए आप मुझे ‘NarendraModi App’ पर खिलाड़ियों के नाम शुभकामनाएं भेजिए, मैं आपकी शुभकामनाएं उन तक पहुंचाऊंगा।

युवाओं को प्रौद्योगिकी के माध्यम से समस्याओं के समाधान खोजने और अनुसंधान करने के लिए आमंत्रित करते हुए प्रधानमंत्री ने ‘अटल ग्रांड चैलेंजिस’ का उल्लेख किया और कहा, ‘भारत सरकार हमारी समस्याओं के समाधान के लिए विकसित होने वाली प्रौद्योगिकी को सम्मानित करना चाहती है।’’ उन्होंने कहा कि यह पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को सच्ची श्रद्धांजलि होगी जिनकी पहली पुण्यतिथि चार दिन पहले मनाई गयी।

मोदी ने कहा, “हमारी युवा पीढ़ी हमारी दैनिक जीवनयापन से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए और हमारी समस्याओं से सुगम राहत प्रदान करने के लिहाज से अनुसंधान करने, नवाचार करने, प्रौद्योगिकी का आविष्कार करने के लिए जितना अधिक काम करेगी, उससे 21वीं सदी के आधुनिक भारत के निर्माण में अत्यंत योगदान होगा और अब्दुल कलाम को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

पीएम ने बारिश का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ समय पहले हम लोग अकाल की चिंता कर रहे थे और इन दिनों वर्षा का आनंद भी आ रहा है, तो बाढ़ की ख़बरें भी आ रही हैं।  राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर बाढ़-पीड़ितों की सहायता के लिए कंधे से कंधा मिला कर के भरपूर प्रयास कर रहे हैं। पीएम ने बारिश में बीमारियों से बचाव करने के लिए कहा,” थोड़ा स्वच्छता पर ध्यान रहे, थोड़े सतर्क रहें और सुरक्षित रहने का प्रयास करें।”

महिलाओं का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि देश में हर वर्ष 3 करोड़ महिलाएं गर्भावस्था धारण करती हैं, प्रसूति के समय कभी मां मरती है, कभी बालक मरता है, कभी दोनों मरते हैं। एक दशक में माता की असमय मृत्यु की दर में कमी तो आई है, लेकिन फिर भी आज बहुत बड़ी मात्रा में गर्भवती माताओं का जीवन नहीं बचा पाते हैं।

उन्होंने बताया कि सरकार ने ‘प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत हर महीने की 9 तारीख को सभी गर्भवती महिलाओं की सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में निशुल्क जांच की जाएगी।

इस प्रकार प्रधानमंत्री ने अपने मासिक ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में रियो ओलंपिक में भारत की भागीदारी, आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोह, अपनी हालिया दक्षिण अफ्रीका यात्रा और संसद द्वारा वनरोपण के लिए 40,000 करोड़ रुपये की निधि जारी कराने वाला एक विधेयक पारित करने समेत कई अन्य विषयों पर बात की।

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