आनंद रूप द्विवेदी,
पिछले कुछ दिनों से संसद में विपक्ष का निराशाजनक रवैया चलता आ रहा है। इस सब के बीच राज्यसभा में भाषण देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी के मुद्दे पर कुछ बातें सामने रखीं हैं। भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी भी सभा में उपस्थित रहे।
मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी के सरकार के फैसले पर हमें आपत्ति नहीं है, बल्कि इसके लागू किये जाने पर जिन अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है, उस पर सवाल उठाये जा रहे हैं। इस फैसले के अव्यवस्थित तरीके से लागू किये जाने के कारण देश भर में 60 से 65 लोग अपनी जान गँवा चुके हैं। आम आदमी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
आर्थिक सूझबूझ वाले मनमोहन सिंह ने कहा नोटबंदी के बाद देश में व्यापार जगत पर गहरा असर पड़ा है। कारोबार ठप पड़ गए हैं, जो देश के विकास दर पर असर डाल सकता है और इसमें गिरावट आ सकती है। आगे मनमोहन सिंह ने कृषि क्षेत्र में पड़ने वाले प्रभावों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस नोटबंदी के कारण कृषि क्षेत्र, छोटे उद्योगों और असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों को काफी नुकसान होगा।
अन्य बातों पर निशाना साधते हुए पूर्व पीएम ने सरकार द्वारा हर रोज नए नियम बनाए जाने को गलत ठहराया, साथ ही पीएमओ वित्त मंत्रालय और आरबीआई पर नाकामी का आरोप लगाया। उनके अनुसार, जनता का करेंसी सिस्टम से भरोसा उठ रहा है। लोग अपना जमा किया हुआ पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं। ऐसा किसी और देश में नहीं होता। रिजर्व बैंक की आलोचना हो रही है और गरीब आदमी बेहद मुश्किल भरा जीवन जीने को मजबूर है।
मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से जनता की समस्याओं का निराकरण करने की दरख्वास्त की।