एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
फुटबॉल खिलाड़ी माजिद अरशिद खान की राह पर अब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का पीएचडी छात्र भी चल पड़ा है। जियॉलजी में पीएचडी कर रहे कश्मीरी छात्र मनान वानी के हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की बात सामने आई है। मनान वानी की हथियार सहित फोटो सोशल मीडिया पर देख कर लोग अचंभे में हैं, जबकि उसकी तस्वीर को पुलिस आतंकी संगठन में शामिल होने का सबूत नहीं मान रही है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मनान को निलंबित कर दिया है।
वहीं इस मामले की गहराई को देखते हुए खुफिया एजेंसियां और यूपी पुलिस अपनी जांच में जुट गई है।अलीगढ़ के एसएसपी राजेश कुमार पांडेय के नेतृत्व में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मो. हबीब हॉल में उस कमरे की तलाशी ली गई, जहां रिसर्च स्कॉलर मनान वानी रहता था।
एसएसपी ने बताया कि मनान वानी छह दिन पहले तक हॉस्टल में ही था। उसके कमरे से कुछ लिट्रेचर बरामद हुआ है, जिसे कब्जे में ले लिया गया है। वहीं एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहसिन खान ने बताया कि मनान वानी की इस हरकत के बाद उसे यूनिवर्सिटी से निलंबित कर दिया गया है।
इस मामले में जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि मनान वानी के आतंकी संगठन में शामिल होने की खबर पुष्ट नहीं हो सकी है। हथियार के साथ उसकी तस्वीर भले ही सामने आई है, लेकिन तस्वीर फोटोशॉप भी की जा सकती है। सुरक्षा एजेंसियां इसकी जांच में जुटी हैं, जबकि सेना प्रमुख बिपिन रावत ने हालात पर अपनी नज़र होने कि बात कही है।
26 साल का मनान वानी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के लोलाब का रहने वाला है। वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जियोलॉजी में पीएचडी कर रहा था। वह तीन दिन पहले अपने घर आने वाला था, लेकिन उसने घर पर कोई खबर नहीं दी। वह पिछले पांच साल से एएमयू में रह रहा था, वहां से उसने एमफिल की डिग्री भी ली है। बता दें कि हाल ही में कश्मीर के कॉलेज छात्र और फुटबॉल खिलाड़ी माजिद अरशिद खान ने खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा संगठन ज्वाइन कर लिया था। हालांकि, अपनी मां की अपील के बाद माजिद ने आतंकी संगठन को छोड़ दिया और घर वापस आ गया था। ऐसी घटनाएं घाटी में लगातार हो रही हैं।