अब्दुल फ़हद,
कश्मीर घाटी में आज पांच दिनों के बाद स्थानीय समाचार पत्रों का प्रकाशन फिर से शुरू हो गया। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शहर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों के संपादकों और मालिकों से मुलाकात किया और मीडिया पर पाबंदियों को लेकर खेद जताया था।
प्रशासन द्वारा कथित तौर पर प्रतिबंधित समाचार पत्रों सहित अधिकांश स्थानीय समाचार पत्र प्रकाशित होने शुरू हो गए। साथ ही समाचार पत्र वितरक और हॉकर अपने कामों पर लौट गए। समाचार पत्र के एक वितरक ने बताया, “यह अच्छा है कि समाचार पत्रों का प्रकाशन एक बार फिर से शुरू हो गया। हम न केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से खुश हैं, बल्कि इससे घाटी की तथ्यात्मक सूचना का भी प्रसार होगा जहां पर अफवाहों का बाजार गर्म है।
पुलिस द्वारा कथित तौर पर कुछ प्रिंटिंग संस्थानों पर छापेमारी और समाचार पत्रों की जब्ती के साथ प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारियों को हिरासत में लिए जाने की घटना के बाद शनिवार से घाटी में अंग्रेजी, उर्दू या कश्मीरी किसी भी भाषा में समाचार पत्रों का प्रकाशन नहीं हो रहा था।
पत्रकारों ने प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन का भी आयोजन किया था और इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया था और अपना काम बंद कर दिया था।