सौम्या केसरवानी,
बीजेपी सांसद वरुण गांधी एक बार फिर अपनी पार्टी पर बरसते नज़र आए। इस बार वरुण सांसदों की वेतन बढ़ोत्तरी की मांग पर भड़के दिखे। उन्होंने कहा कि जो करोड़पति सांसद थे, उन्होंने भी वेतन बढ़ाने की मांग की।
वरुण गांधी का कहना है कि जब सांसदों ने अपने वेतन बढ़ाने की मांग सदन में रखी, तब उन्हें शर्म आई। उन्होंने कहा कि किस तरह से करोड़पति सांसद भी अपना वेतन बढ़ाने के लिए कह रहे थे। उन्होंने कहा कि करोड़ों रूपए की संपत्ति वाला जनप्रतिनिधि सिर्फ अपने लाभ के बारे में कैसे सोच सकता है।
वरुण ने कहा कि कुछ सांसद अपवाद हो सकते हैं, जिनकी संपत्ति करोड़ों में नहीं है, लेकिन ज्यादातर सांसद पैसे वाले ही हैं। वरुण ने कहा कि जब उन्होंने देखा कि महंगी गाड़ियों में चलने वाले सांसद भी वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, तो उन्हें इतना बुरा लगा कि उन्होंने तत्काल लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को लिख कर दिया कि उन्हें अपना वेतन नहीं बढ़ाना है।
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि सांसदों की सैलरी बढ़ाने से बेहतर बेरोजगार लोगों को नौकरी दी जाए, तो ज्यादा अच्छा है जिससे देश आगे बढ़ सके। हमें नेताओं के विकास से ज़्यादा जनता के विकास पर फोकस करने की ज़रुरत है।