शिखा पाण्डेय,
प्रधानमंत्री मोदी को टैग कर बीएमसी पर लगाए गए संगीन आरोप में खुद फंसे कॉमेडी किंग कपिल शर्मा ने अपने विवादित ट्वीट पर फिर ट्वीट कर सफाई दी है। कपिल ने ट्वीट किया है कि उन्होंने किसी राजनीतिक पार्टी पर आरोप नहीं लगाया। उन्होंने सोशल मीडिया पर केवल अपनी चिंता जाहिर की है।
दरअसल कपिल ने बीएमसी पर आरोप लगते हुए ट्वीट किया था कि वह पांच साल में 15 करोड़ रुपये टैक्स देते हैं, इसके बाद भी उन्हें ऑफिस बनाने के लिए घूस देना पड़ रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री को टैग करते हुए कपिल ने पूछा था कि क्या यही हैं आपके अच्छे दिन?
कपिल के ट्वीट के बाद बीएमसी ने तुरंत प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि कपिल उस अधिकारी का नाम बताएं, जिन्होंने उनसे घूस मांगा है, पर कपिल ने अब तक नाम का खुलासा नहीं किया है।
बीएमसी ने यह भी साफ कर दिया कि कपिल जिस जगह पर अपना ऑफिस बनाना चाह रहे हैं, उस जगह का इस्तेमाल व्यवसायिक तौर पर नहीं किया जा सकता और इसके लिए उन्हें पहले ही नोटिस भेज दिया गया है।
कपिल द्वारा बीएमसी पर लगाये इस आरोप पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। कई राजनीतिक पार्टियों का मानना है कि यह सवाल उन्हें प्रधानमंत्री मोदी से नहीं पूछना चाहिए। यह मामला राज्य का है, उन्हें इसकी शिकायत महाराष्ट्र सरकार से करनी चाहिए।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने कपिल के इस ट्वीट पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि कपिल को साबित करना होगा कि किसने उनसे घूस मांगा था। जब तक वह अपने लगाये आरोप को साबित नहीं करते उन्हें मुंबई में शूट करने नहीं दिया जायेगा। मनसे ने कहा कि यदि कपिल ने किसी कार्यकर्ता पर घूस मांगने का आरोप लगाया है, तो उन्हें साबित करना होगा और यदि वे इस आरोप को साबित नहीं कर पाये तो उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी होगी।