शिखा पाण्डेय,
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री राम जेठमलानी ने आज कहा कि उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी का सहयोग किया था लेकिन अब वह खुद को इसके लिये गुनहगार और ठगा हुआ महसूस करते हैं। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में विदेशी बैंकों में जमा कालाधन वापस लाने समेत तमाम वादों के मद्देनजर उन्होंने मोदी की मदद की थी, पर अब उन्हें इसका पछतावा है।
जेठमलानी ने समाजवादी सिन्धी समाज के प्रान्तीय अधिवेशन में शिरकत करते हुए कहा कि मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में उन्होंने इसलिए सहयोग किया, क्योंकि मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान विदेशी बैंकों में जमा धन को भारत वापस लाने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी कालाधन वापस नहीं लाए, जिसका उन्हें बेहद अफ़सोस है। उन्होंने कहा, “अब ऐसा लगता है कि मोदी अपना वादा पूरा नहीं करेंगे।”
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा,” मैं खुद को गुनहगार मानता हूं कि मैंने मोदी की मदद की। मैं आपके बीच यह भी कहने आया हूं कि आप लोग प्रधानमंत्री की बातों का भरोसा न करें।”
जेठमलानी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की छवि साफ-सुथरी है और वह देश का भविष्य हैं। उन्होंने सिन्धी सभा के प्रतिनिधियों को उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया ताकि समाजवादी पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में आ सके।
सपा के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि वह जेठमलानी का बहुत सम्मान करते हैं, क्योंकि वह हमेशा न्याय की बात करते हैं।
इस मौके पर सिन्धी समाज ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को सम्बोधित एक मांगपत्र भी सौंपा। इसमें इस समाज को सरकार तथा संगठन में प्रतिनिधित्व देने, प्रदेश में रहने वाले 35 लाख सिन्धियों के विकास के लिये कल्याण बोर्ड गठित करने, सिन्धियों को अल्पसंख्यक का दर्जा देने इत्यादि मांगें प्रमुख रूप से शामिल थीं।