अमित द्विवेदी,
रोहतक में जाट आरक्षण के दौरान हुई हिंसक घटनाओं की जांच के लिए हरियाणा सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है। जानकारी के मुताबिक़, राज्य में हुई व्यापक हिंसा की सही जांच के लिए केंद्र से यह अनुरोध किया गया है।
जाट आरक्षण को लेकर हरियाणा में हाल ही भीषण आगजनी और हिंसा के मामले सामने आए। जिसमें उपद्रवियों ने व्यापक स्तर पर सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुँचाया। जिन संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया, उनमें पुलिस महानिरीक्षक का आवास, सर्किट हाउस, मंत्री आवास और सरकारी इमारतें शामिल हैं।
राज्य में जाटों ने नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर हिंसक आंदोलन किया। इस आंदोलन में जहां जनजीवन अस्त व्यस्त रह और करोड़ों की संपत्तियों का नुकसान हुआ, वहीं 30 लोगों की जान भी गई।
इसी आंदोलन में कुछ लोगों ने राज्य के एक मंत्री के घर भी हमला बोल दिया था। हमले में मंत्री के परिवारवालों को जान से मारने की कोशिश भी की गई। राज्य ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए केंद्र से सीबीआई जांच की सिफारिश की है।