ब्यूरो,
जाट नेताओं ने 5 जून को एक बार फिर से आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इस चेतावनी के मद्देनज़र अब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता बढ़ने लगी है। पिछले आंदोलन में हुई भारी हानि को देखते हुए सुरक्षा इंतजामात मज़बूत किए जा रहे हैं, जिससे किसी भी तरह का खून- खराबा न होने पाए। जांच एजेंसियों की नज़र इस बार पहले से ही सोशल साइट्स पर बनी हुई है, जिससे किसी भी तरह के बवाल को रोका जा सके।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ सोनीपत में सुरक्षा कारणों से धारा 144 लगा दी गई है। साथ ही राज्य के 7 संवेदनशील ज़िलों में केंद्रीय बालों को तैनात कर दिया गया है। पिछली बार के आँडिलां में जिन इलाकों में उत्पात हुआ था, उन जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद कर दी गई है। जाटों ने सरकार को चेतावनी देते हुए स्पष्ट किया है कि यदि उनकी बाते न मानी गईं तो वे सरकार का ही बहिष्कार कर देंगे।
जाटों के समुदाय से लगातार मिल रही चेतावनी पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने साफ़ कहा कि पुलिस पूरी तरह से तैयार है, यदि किसी ने भी राज्य की व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने अपने बयान में कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया। खट्टर ने कहा कि हरियाणा की आम जनता परेशान थी लेकिन कांग्रेस उस विषम परिस्थिति में भी राजनीतिक लाभ लेने में जुटी थी।