शिखा पाण्डेय । Navpravah.com
कानपुर में भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गए तीसरे वनडे मैच में भारत ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ बेहद रोमांचक जीत दर्ज की है। भारत ने न्यूज़ीलैंड को 6 रनों से हरा दिया है। इस जीत के साथ ही भारत ने तीन मैचों की यह वनडे सिरीज़ भी अपने नाम कर ली है। रोहित शर्मा मैन ऑफ़ द मैच रहे और विरोट कोहली को मैन ऑफ़ द सिरीज़ का ख़िताब मिला। रोहित शर्मा ने एक दिवसीय मैचों में अपना 15वां शतक लगाया। साथ ही विराट ने एकदिवसीय मैचों में अपने नौ हज़ार रन भी पूरे किए।
न्यूज़ीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला लिया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने रोहित शर्मा और विराट कोहली की शतकीय पारियों के दम पर 50 ओवरों में छह विकेट खोकर 337 रन बनाए। 338 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूज़ीलैंड की टीम 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर 331 रन ही बना पाई।
भारत की पारी-
शुरुआत में न्यूज़ीलैंड को सातवें ओवर की पहली गेंद में शिखर धवन के रूप में पहली कामयाबी मिली। शिखर 14 रन बनाकर पेवेलियन लौटे। इसके बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा ने शानदार बल्लेबाजी की। इन दोनों खिलाड़ियों ने न्यूज़ीलैंड के गेंदबाजों को पस्त कर के रख दिया।
लंबे इंतज़ार के बाद न्यूज़ीलैंड को दूसरी सफलता 42वें ओवर में रोहित शर्मा के रूप में मिली, मगर तब तक भारत बेहद मज़बूत स्थिति में पहुंच चुका था। रोहित ने 106 गेंदों में अपने सौ रन पूरे किए जिसमें 11 चौके और दो छक्के शामिल हैं। रोहित शर्मा 147 रन बनाकर आउट हुए।
कप्तान विराट कोहली ने भी सेंचुरी लगाई। इस मैच में वह 113 रन बनाकर पेवेलियन लौटे। यह कोहली का वनडे में 32वां शतक था। विराट ने अपने 9000 रन पूरे करने के साथ ही एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया। ग्रैंडहोम की गेंद पर चौका लगाने के साथ ही 167 मैचों में नौ हज़ार रन पूरा कर इस लक्ष्य तक पहुंचने वाले वह सबसे तेज़ खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड ए बी डिविलियर्स के नाम था। इससे पहले सौरभ गांगुली, तेंडुलकर, धोनी, द्रविड़ और अज़हरुद्दीन ने भारत की तरफ़ से 9,000 रन बनाए हैं।
अन्य खिलाड़ियों की यदि बात करें तो हार्दिक पंड्या 8, महेंद्र सिंह धोनी 25 और केदार जाधव 18 रन बनाकर आउट हुए। दिनेश कार्तिक 4 रन बनाकर नॉट आउट रहे।
न्यूज़ीलैंड की पारी-
338 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के लिए न्यूज़ीलैंड की तरफ से ओपनिंग करने मार्टिन गप्टिल और कॉलिन मुनरो उतरे। छठे ओवर की पहली गेंद पर गप्टिल बुरामह की गेंद पर दिनेश कार्तिक के हाथों कैच हो गए। वह 10 रन बनाकर आउट हुए।
इसके बाद कप्तान केन विलियमसन ने मुनरो के साथ पारी संभाली। न्यूज़ीलैंड का दूसरा विकेट पच्चीसवें ओवर में मुनरो के रूप में गिरा, जिन्हें चहल ने 75 रनों के स्कोर पर बोल्ड किया। चार ओवर बाद 64 रन बनाकर खेल रहे विलियमसन भी चहल की गेंद पर धोनी के हाथों कैच हो गए।
इसके बाद रॉस टेलर और टॉम लैथम ने पारी संभाली। 41वें ओवर में टेलर जब 39 रन बनाकर आउट हुए, न्यूजीलैंड ने 306 रन बना लिए थे, मगर इसके बाद मैच रोमांचक हो गया। ऐसा लगने लगा कि मैच भारत के हाथ से निकल गया है, लेकिन 47वें ओवर में हेनरी निकोल्स को भुनवेश्वर ने बोल्ड कर दिया और इसके अगले ही ओवर में लैथम भी 65 रन के स्कोर पर रनआउट हो गए।
आखिरी ओवर में न्यूज़ीलैंड को जीतने के लिए 15 रनों की ज़रूरत थी। ऐसी स्थिति में बुमराह ने बेहद सधी हुई गेंदबाजी की। तभी गेम पलटा और पचासवें ओवर की चौथी गेंद पर सैंटनर ने हवा में शॉट खेला, लेकिन धवन ने उन्हें डीप मिड-विकेट पर लपक लिया।
अब न्यूज़ीलैंड को 2 गेंदों में 12 रन चाहिए थे। यह तभी हो सकता था जब दो छक्के लगते, मगर पांचवीं गेंद पर न्यूज़ीलैंड को सिंगल ही मिल पाया। आख़िरी गेंद पर चौका तो लगा, मगर भारत 6 रनों से जीत गया जसप्रीत बुमराह ने 3, भुवनेश्वर कुमार ने 1 और युजवेंद्र चहल ने 2 विकेट हासिल किए।
आपको बता दें कि इस सीरीज के पहले मैच में न्यूजीलैंड ने शानदार जीत दर्ज की थी, वहीं दूसरे मैच को अपने नाम कर भारत ने जोरदार वापसी की थी।