वेदान्ती ने कहा, “राम मंदिर मामले में श्री श्री रविशंकर कैसे कर सकते हैं मध्यसतता

सौम्या केसरवानी । Navpravah.com

सम्भल के ऐंचोड़ा कंबोह में चल रहे कल्कि महोत्सव के पांचवे दिन भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती वहाँ पहुंचे, उन्होंने वहाँ कहा कि संभल में कल्कि महोत्सव के बाद कल्कि मंदिर बनेगा, योगी आदित्यनाथ भी कल्कि मंदिर बनने के पक्ष मे हैं, वे मंदिर बनवाना चाहते हैं।

डॉ. वेदांती ने कहा कि राममंदिर मामले में मध्यस्थता करने का अधिकार सिर्फ रामजन्मभूमि न्यास, विश्व हिंदू परिषद और अयोध्या के संतों को है और कल्कि मंदिर जल्द से जल्द बनेगा।

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती का दावा है कि अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने में उनकी मुख्य भूमिका थी। वेदांती ने कहा कि विवादित ढांचा गिराने के आरोप में उनको फांसी लगा देनी चाहिए।

वेदांती ने आगे कहा कि मैंने अयोध्या का विवादित ढांचा गिराया था, इसका मुझे कोई पछतावा नहीं है, इसके लिए मुझे फांसी भी दी जाये तो मैं पछतावा नही करूँगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राम मंदिर बनाने का वादा किया था तो उसे पूरा करना होगा।

आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर के बारे में उन्होंने कहा कि वह तो कभी भी राम जन्म भूमि आंदोलन से जुड़े नहीं रहे तो वह मध्यस्थता कैसे करा सकते हैं। वह तो एक बड़ा एनजीओ चलाते हैं, उनका राम मंदिर से कोई लेना-देना नही है।

जिस व्यक्ति ने आज तक रामलला के दर्शन तक नहीं किये है तो वह निर्माण पर मध्यस्थता कैसे कर सकते हैं। तो फिर रविशंकर कैसे मध्यस्थता करने की पात्रता रखते है। यदि रविशंकर को इस मामले में मध्यस्थता करने की इतनी ही इच्छा है तो पहले उन्हें रामलला के दर्शन व पूजन करना चाहिए, इसके बाद ही वो मध्यस्थता की बात सोचें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.