शिखा पाण्डेय|Navpravah.com
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी का कहना है कि 10 साल में भारत की इकोनॉमी करीब 3 गुना बढ़ेगी और इसे बढ़ाने में डाटा का बड़ा रोल होगा। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के मामले में भारत नंबर वन है और जल्द ही तीसरी बड़ी इकोनॉमी होगी।
इंडियन मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2017 में बुधवार को अंबानी ने कहा कि भारत भले ही तीन इंडस्ट्रियल क्रांतियों के दौर में पीछे रह गया,लेकिन चौथी इंडस्ट्रियल क्रांति की अगुवाई अवश्य करेगा। उनका मानना है कि यह इंडस्ट्रियल क्रांति टेलिकॉम और आईटी इंडस्ट्री के साथ होगी क्योंकि भारत में टेलिकॉम और डिजिटल प्रोडक्ट्स का बड़ा बाजार है।
मुकेश अम्बानी ने डेटा को इस जनरेशन के लिए एक नया ऑक्सीजन बताया। उन्होंने कहा कि यह डेटा करीब 1.3 अरब भारतीयों के लिए नया ऑयल है। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य केवल सस्ती कीमत पर हाईस्पीड डाटा उपलब्ध कराना ही नहीं बल्कि किफायदी स्मार्टफोन भी देना है, जिससे उपभोक्ता आसानी से इंटरनेट से कनेक्ट हो सकें।”
अंबानी ने कहा कि इंडियन इकोनॉमी अगले 10 सालों में 2.5 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 7 लाख करोड़ डॉलर की हो जाएगी। इस तरह वह दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी हो जाएगी। अंबानी ने कहा कि अगले 12 महीने से देश में 4G कवरेज 2G से ज्यादा हो जाएगा। इसके लिए नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नोलॉजी में इन्वेस्टमेंट बढ़ाने और पार्टनरशिप बनाने की आवश्यकता है।
भारत को तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बनाने की दिशा में अंबानी ने तीन रास्ते सुझाए। अंबानी ने कहा कि आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, रोबॉटिक्स, 3D टेक्नॉलजी के क्षेत्र में बहुत काम किया जा सकता है जो न केवल रोजगार के बड़े साधन साबित होंगे, बल्कि देश की दिशा और दशा भी तय करेंगे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले इनोवेटिव आइडियाज को तलाशने और तराशने की जरूरत है। सरकार और इंडस्ट्री, दोनों को ही यह काम तेज गति से करना होगा।
मुकेश अंबानी ने डिजिटल टेक्नॉलजी को दूसरी अहम ज़रूरत बताया। उन्होंने कहा कि एनर्जी सिक्यॉरिटी, वाटर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्र में बहुत सारे काम किए जाने हैं। उन्होंने फाइनेंशियल लाइफ को डेमोक्रेटिक करने पर जोर दिया और कहा कि देश में हर एक चीज को हर एक आदमी से जोड़ना होगा।
अंबानी ने इस लक्ष्य के लिए जो तीसरी अहम बात कही, वह है शिक्षा का डिजिटाइजेशन। उन्होंने साफ़ किया कि इसके लिए टेलिकॉम और इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी को छोटे से बड़े संस्थानों से जुड़ना होगा। उल्लेखनीय है कि यह इंडियन मोबाइल कांग्रेस 27 से 29 सितंबर तक चलेगा।