नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनावों में इस बार महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ी है। भाजपा, कांग्रेस और आप से 25 महिलाएं चुनावी दंगल में हैं। यह संख्या अभी तक विधानसभा चुनावों में सबसे ज्यादा है। पिछली बार हुए चुनावों में 20 महिलाओं को टिकट मिला था। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने इस बार 9 महिलाओं को टिकट दिया है।
2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट से छह महिलाएं चुनाव मैदान में उतरी थीं। आप ने इस बार उनकी संख्या में इजाफा किया है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा महिलाओं को टिकट दिया है। कांग्रेस के टिकट पर दस महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने छह महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा था। इस बार उसने चार अधिक टिकट महिलाओं को दिए गये हैं।
भाजपा में सबसे कम महिला प्रत्याशी
भाजपा ने सबसे कम महिला प्रत्याशियों पर दांव लगाया है। बीजेपी के टिकट पर छह महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं। बीते चुनाव में भाजपा ने छह महिलाओं को चुनाव लड़ाया था। वर्ष 2015 विधानसभा चुनाव में कुल 66 महिलाओं ने चुनाव लड़ा था। यह कुल प्रत्याशियों का दस फीसदी था। तब 607 उम्मीदवार चुनाव लड़े थे। इससे पहले 2013 में कांग्रेस ने छह और आप ने छह महिलाओं को चुनाव लड़ाया था। भाजपा ने उस दौरान पांच महिलाओं को टिकट दिया था।