अमित द्विवेदी,
हुर्रियत नेताओं के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाक़ात न करने की बात से नाराज़ केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ ने उनकी कड़ी आलोचना की। राजनाथ ने कहा कि कश्मीर को लेकर लोगों में गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा था और रहेगा।
राजनाथ सिंह ने हुर्रियत पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि हुर्रियत को जम्हूरियत पर यक़ीन ही नहीं है। हुर्रियत इंसानियत से कश्मीरियत से कोसों दूर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि डेलिगेशन से नहीं मिलनेवाले कश्मीरियत के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि जो नेता देश का अहित चाहते हैं, हम उनका सपना पूरा नहीं होने देंगे। कश्मीर के हालात सुधरेंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री सिंह ने कहा कि केंद्र की तरफ से राज्य को पूरा सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य की शांति बहाली के लिए हर वो प्रयास किए जाएंगे, जो सरकार कर सकती है। संसद कश्मीर को लेकर चिंतित है और बातचीत के मद्देनजर सभी के लिए दरवाजे खुले है।
गौरतलब है कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कश्मीर में शांति के लिए कल ही राज्य में पहुँच गई थी। सदस्यों की तमाम कोशिशों के बावजूद हुर्रियत नेताओं ने मिलकर विवादित मसले पर बातचीत करने से मना कर दिया।