प्रमुख संवाददाता,
राष्ट्रीय स्तर की एक महिला हैंडबॉल खिलाड़ी द्वारा शनिवार को आत्महत्या की चौंकानेवाली खबर सामने आई है। पुलिस ने बताया कि खालसा कालेज के अधिकारियों की ओर से नि:शुल्क छात्रावास सुविधा देने से इनकार करने पर उसने आत्महत्या की है।
आत्महत्या से पहले पूजा नामक इस खिलाड़ी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक पत्र लिखा है। इस पत्र में पूजा ने लिखा,” मुझे अफसोस है कि गरीबी के कारण मैं छात्रावास के शुल्क का भुगतान नहीं कर सकती। अन्य कोई उपाय न होने के कारण आत्महत्या कर रही हूँ।”
पूजा के पिता सब्जी बेचने का काम करते हैं। पूजा के परिजनों ने पुलिस को चार पेज का जो सुसाइड नोट सौंपा है, उसमें पूजा ने अपनी मौत के लिए अपने कोच को जिम्मेदार ठहराया है। पूजा ने सुसाइड नोट में लिखा है, “उसी ने मुझे हॉस्टल का कमरा देने से इनकार किया और कहा कि वह हर दिन अपने घर से यहां आए जाए। हालांकि इससे मुझे हर महीने 3,720 रुपए खर्च करने होंगे जो मेरे पिता वहन नहीं कर सकते।”
पूजा के परिजनों ने बताया कि पूजा को पिछले साल कॉलेज में नि:शुल्क दाखिला दिया गया था जिसमें हॉस्टल सुविधा और भोजन शामिल था लेकिन इस वर्ष उसे हॉस्टल में रहने की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया। कॉलेज तक जाने का रोज़ का खर्चा 120 रुपए था।
पूजा के पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। हालांकि खालसा कालेज प्रबंधन ने कहा है कि पूजा को नि:शुल्क दाखिला दिया गया था लेकिन उसके खराब प्रदर्शन के चलते नि:शुल्क सुविधा को आगे नहीं बढ़ाया गया था।
पटियाला के खालसा कॉलेज की इस छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में प्रधानमंत्री से अपील की कि वे यह सुनिश्चित करें कि उसके जैसी गरीब लड़कियों को पढ़ाई की सुविधा नि:शुल्क मिले।