टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार पुरस्कार में मिली उस BMW कार को उसके असली मालिक, हैदराबाद बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष, वी चामुंडेश्वरनाथ को सौंप दिया जाएगा क्योंकि दीपा ने कार के रखरखाव पर हो रहे खर्च को उठाने में असमर्थता जताई है।
कार को वापस करने का मुख्य कारण अगरतला जैसे इलाके में कार का खर्च उठाना है क्योंकि वहां की सड़कें काफी उबड़-खाबड़ और टेढ़ी-मेढ़ी हैं। इस वजह से दीपा ने कहा है कि वह ना तो कार में ज्यादा पैसा लगा सकती हैं और ना ही अपनी प्रेक्टिस छोड़कर बार-बार उसे ठीक कराने जा सकती हैं।
दीपा के कोच बिश्वेर नंदी ने बताया, “अगरतला में BMW का कोई सर्विस सेंटर नहीं है और अगरतला की सड़कें ऐसी लग्जरी कारों के लायक नहीं हैं।” उन्होंने कहा, “यह सिर्फ दीपा का फैसला नहीं है। उनके परिवार और मैंने भी उन्हें ऐसा करने के लिए कहा था।” कोच ने बताया कि उन्होंने हैदराबाद बैडमिंटन एसोसिएशन को भी इस बारे में जानकारी दे दी है।
उल्लेखनीय है कि रियो ओलंपिक 2016 में जिमनास्ट दीपा कर्माकर मेडल तो नहीं जीत पाई थीं लेकिन चौथे नंबर पर आकर उन्होंने विश्व भर में सबका दिल जीत लिया था। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के हाथों दीपा के साथ-साथ पीवी सिंधू, साक्षी मलिक को भी गिफ्ट में BMW कार दी गई थी।