मुंबई ।। मोदी सरकार देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी स्थापित करने की तैयारी में है। इसके लिए सरकार ने पब्लिक सेक्टर की बीमा कंपनी ‘न्यू इंडिया एश्योरेंस’ को चुना है। इस मामले से जुड़े एक अफसर ने जानकारी दी कि इस मामले में डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज और डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट के बीच बातचीत चल रही है। बात दें कि वर्तमान में न्यू इंडिया एश्योरेंस देश की सबसे बड़ी जनरल बीमा कंपनी है।
मौजूदा वक्त में, हिंदुस्तान में 25 जनरल बीमा कंपनियां हैं, जिसमें 4 कंपनियों का मालिकाना हक सरकार के पास है। इनका नाम न्यू इंडिया, ओरिएंटल, नेशनल और यूनाइटेड इंडिया है। वित्त वर्ष 2019 के बजट में दी गई शुरुआती जानकारी के अनुसार, सरकार पहले 3 बीमा कंपनियों के विलय की योजना बना रही है।
इसमें ओरिएंटल, नेशनल व यूनाइटेड इंश्योरेंस शामिल है। इस प्रकार न्यू इंडिया एश्योरेंस को अलग रखा जाएगा, जिसकी लिस्टिंग साल 2017 में पूरी की गई थी। अन्य 3 कंपनियों की अभी तक लिस्टिंग नहीं हुई है।
अफसर ने बताया कि देश में पहले ही निजी सेक्टर की बीमा कंपनियां ऑपरेट कर रही है। ऐसे में 2 बड़ी सरकारी कंपनियां एक दूसरे के बिजनेस को क्यों प्रभावित करें। आगामी बजट में सरकार ने उस खाके के बारे में जानकारी दे सकती है, जिसके अंतर्गत विलय की जा चुकी अन्य 3 कंपनियों को न्यू इंडिया एश्योरेंस टेकओवर कर ले।
इसके बाद देश के LIC की तर्ज पर एक और बड़ी बीमा कंपनी मिल जाए। दोनों कंपनियों में अंतर केवल इस बात का होगा कि एक से सरकार को पूंजी मिल सकेगी, वहीं दूसरी से कोई रकम नहीं मिल सकेगी।