ब्यूरो,
आम आदमी ने सपने में भी सोचा न होगा कि कभी उसके इतने अच्छे दिन भी आ सकते हैं कि अपने पापों को धोने के लिए जिस पतित पावनी गंगा की तलाश में वह गंगा तक जाता था,अब वह पतित पावनी स्वयं उसके दरवाज़े पर आएगी। भारत सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स का प्रयोग कर गंगाजल को डाक के माध्यम से लोगों के घरों तक पहुंचाने का नया प्रयास कर रही है।
दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एनडीए सरकार की दो साल की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें अक्सर ऐसी प्रार्थनाएं मिलती रहती हैं कि क्या डाक विभाग के इतने बड़े नेटवर्क के माध्यम से गंगाजल को लोगों तक पहुंचाया जा सकता है? उन्होंने डाक विभाग को निर्देश दिया है कि लोगों को हरिद्वार और ऋषिकेश से शुद्ध गंगाजल पहुंचाने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स का प्रयोग करें।
उन्होंने कहा कि डाक विभाग ने भरोसा दिलाया है कि लोगों की इस सांस्कृतिक जरूरत को पूरा करने के लिए वे इस पर सक्रिय रूप से कार्य करेंगे। उन्होंने दावा किया कि उनके कार्यकाल में ई-कॉमर्स उत्पादों को लोगों तक पहुंचाने के चलते डाक विभाग की पार्सल से होने वाली कमाई 80 प्रतिशत बढ़ गई है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अगर एक डाकिया मोबाइल फोन, साड़ियां, गहने और कपड़े पहुंचा सकता है, तो गंगाजल क्यों नहीं? जल्द ही यह सुविधा आम जन के लिए उपलब्ध होगी।