एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को एम्स में आज भर्ती कराया गया है। वे बहुत दिनों से बीमार चल रहे थे। साल 2008 से वे पब्लिक लाइफ से दूर हैं। उन्हें आखिरी बार साल 2015 में देखा गया था। जब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी खुद उनके घर जाकर उन्हें भारत रत्न सौंपा था।
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसम्बर 1924 को हुआ था। उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी शिक्षक थे। वैसे मूलत: उनका संबंध उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के बटेश्वर गांव से है लेकिन, पिता जी मध्यप्रदेश में शिक्षक थे।
अटल बिहारी वाजपेयी ने 20 से ज्यादा पार्टियों का गठबंधन बनाकर सरकार को बखूबी चलाकर दिखाया था। सबको साथ लेकर चलने का ये गुण Management के छात्रों के काम आ सकता है।
राजनीति में संख्या बल का आंकड़ा सर्वोपरि होने से 1996 में उनकी सरकार सिर्फ एक मत से गिर गई और उन्हें प्रधानमंत्री का पद त्यागना पड़ा, यह सरकार सिर्फ तेरह दिन तक रही। बाद में उन्होंने प्रतिपक्ष की भूमिका निभाई।
इसके बाद हुए चुनाव में वे दोबारा प्रधानमंत्री बने, राजनीतिक सेवा का व्रत लेने के कारण वे आजीवन कुंवारे रहे। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लिए आजीवन अविवाहित रहने का निर्णय लिया था।