एनपी न्यूज़ नेटवर्क | Navpravah.com
रविवार की रात गैंगवार से दिल्ली दहल उठी। राजधानी में महज दो किमी के अंदर हुई 2 वारदात में 2 लोगों की मौत हो गई। वहीं हादसे में दिल्ली पुलिस का कांस्टेबल घायल हुआ है। इस दौरान बदमाशों ने करीब 50 गोलियां चलाईं। पहली वारदात ब्रह्मपुरी में हुई, तो दूसरी भजनपुरा में। दोनों ही वारदात को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए। पुलिस दोनों ही मामलों में जांच कर रही है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मरने वाले व्यक्ति की पहचान भूपेंद्र उर्फ मोनू दरियापुर के तौर पर हुई है। हादसे में उसके दोस्त अरुण शौरी की भी मौत हो गई। मोनू की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस के एएसआई विजय यादव और कांस्टेबल कुलदीप भी साथ में थे। जानकारी के मुताबिक, राजधानी के ब्रह्मपुरी के गली नंबर सात में रात करीब दस बजे सीलमपुर निवासी वाजिद और फैज सड़क पर खड़े होकर बात कर रहे थे। इसी दौरान दो बाइक पर हेलमेट लगाए चार बदमाश पहुंचे। उन्होंने दोनों पर दनादन गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इसमें वाजिद को आठ गोलियां लगी। फैज जान बचाकर भागा। बदमाशों ने उसका पीछा किया। उसे घेर कर चार गोलियां मार दी। इस घटना में वाजिद की मौत हो गई, वहीं फैज गंभीर रूप से घायल है। उसे जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जांच में पुलिस को आपसी रंजिश की आशंका है। स्थानीय लोग इसे गैंगवार बता रहे हैं। वाजिद पर पहले से कई मामले दर्ज थे।
दूसरी वारदात दिल्ली के भजनपुरा के विजय पार्क इलाके में हुई। यहां मो. आरिफ को गोलियों से भूना दिया गया। रात करीब 1 बजे आरिफ अपने घर के बाहर मौजूद था। तभी कुछ बदमाश आए और ताबड़तोड़ आरिफ पर गोलियां बरसा दी। लोगों की मानें तो 20 से 25 गोलियों आरिफ को मारी गई। हमलावर मौत के बाद उसे गोली मारते रहे।
मृतक की पहचान 23 साल के आरिफ उर्फ राजा के तौर पर हुई। मौके पर पहुंची पुलिस को 18 खाली खोखे मिले हैं। आरिफ जींस की सिलाई का काम करता था। उसकी बहन ने पुलिस को बताया कि आरिफ को किसी का कॉल आया था, जिसे सुनते ही वह घर के बाहर निकला। तभी उस पर गोलियां दागी गईं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं कांस्टेबल कुलदीप की इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस ने इस मामले में कुलदीप के बयान के आधार पर आईपीसी की धारा 302, 307, 34 और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
सूत्रों ने बताया कि हादसे के बाद कार में खून ही खून नजर आ रहा था, कार के बोनट पर ही अकेले 15 से ज्यादा बुलेट के निशान थे, आशंका जताई जा रही है कि बदमाशों ने एके 47 से फायरिंग की है। कार में फायरिंग के पांच सेंटीमीटर तक छेद हो गये थे।