कोमल झा | Navpravah.com
तमिल फिल्म मर्सल पर चल रहे विवाद में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने आग में घी डालने का काम किया है। एक डिबेट कार्यक्रम में बीजेपी के प्रवक्ता जेवीएल नरसिम्हा राव ने फिल्म पर बात करते हुए कहा कि ‘फिल्मों में काम करने वाले लोगों का बौद्धिक स्तर कम होता है, उनकी जनरल नॉलेज कमजोर होती है’। उनके इस बयान से बॉलीवुड के एक्टर-डायरेक्टर फरहान अख्तर काफी नाराज हुए और उन्होंने जेवीएल नरसिम्हा राव को जवाब देते हुए ट्वीट किया। ‘आपकी हिम्मत कैसे हुई? आप लोगों (फिल्म जगत) के बारे में क्या सोच है। शेम सर।
बता दें, तमिल सुपरस्टार विजय की फिल्म ‘मर्सल’ पर शुरू से ही जीएसटी पर आधारित एक डायलॉग को लेकर विवाद चल रहा है। इस डायलॉग को लेकर बीजेपी का आरोप है कि फिल्म में जीएसटी और नोटबंदी को नकारात्मक ढंग से फिल्माया गया है, और गलत जानकारी दी गई है। राज्य की बीजेपी सरकार ने इस पर बैन लगाने की बात कही। जबकि सेंसर बोर्ड से पास हो चुकी फिल्म को सरकार की नीतियों की आलोचना करने के चक्कर में मुसीबतें झेलनी पड़ रही है। हालांकि 1 मिनट 20 सेकेंड का वो सीन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वहीं राहुल गांधी ने इस फिल्म पक्ष में विचार रखते हुए कहा था कि किसी भी राजनीतिक पार्टी को कलाकारों के काम में दखल अंदाजी नहीं करनी चाहिए।
राहुल गांधी के ट्वीट के बाद ये विवाद इतना गर्मा गया कि अब ये मानों राष्ट्रिय मुद्दा बन गया। राहुल गांधी के बाद पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम भी इस विवाद में कूद पड़े और उन्होंन मोदी सरकार पर व्यंग करते हुए ट्वीट किया, ‘ऐसा कानून बनाना चाहिए, जिसमें वृत्तचित्रों (डॉक्यूमेंटरी) में सिर्फ सरकार की नीतियों की सराहना की जाए।’ ट्वीट में लिखा, ‘भाजपा मर्सल के डायलॉग हटाने की मांग कर रही है। आप कल्पना कीजिए, आज की परिस्थिति में अगर ‘पराशक्ति’ जैसी फिल्म रिलीज हुई होती तो क्या होता।’ एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘फिल्म निर्माताओं के लिए सूचना : कानून आने वाला है, अब आप केवल वही वृत्तचित्र बना सकते हैं, जिसमें सरकार की सराहना की जाए।’
आप को बता दें, एटली के निर्देशन में बनी इस फिल्म में मेडिकल माफिया के खिलाफ लड़ाई दिखाई गई है। इसे मिले-जुले रिव्यूज मिले हैं, लेकिन सुपरस्टार विजय के एक्शन सीन को काफी सराहा गया है। फिल्म में काजल अग्रवाल, नित्या मेनन और समंथा भी नजर आई हैं।