एनपी न्यूज़ डेस्क|Navpravah.com
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने बीते दिन कहा कि बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और कई कंपनियों में ताले लग जाना, हर मोर्चे पर विफलता के कारण देश की जनभावना भारतीय जनता पार्टी शासित केंद्र सरकार के खिलाफ है।
उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा, समूचे देश में बेरोजगारी बढ़ रही है, कृषि क्षेत्र संकट में है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, महंगाई चरम पर है वित्तीय क्षेत्र असफल हो रहा है और गरीब तबका बहुत परेशान है, ऐसे में हमें अगले चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कपड़ा बनाने वाली 67 कंपनियां बंद हो गई हैं, 17,600 लोग बेरोजगार हो गए हैं। लारसन एंड टर्बो, इन्फोसिस और सुजलोन जैसी कंपनियों ने 17,000 कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया है।
पवार ने कहा कि आज स्थिति यह है कि लोग सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और जवाब में सरकार उन्हें पुलिस नोटिस भेज रही है। राकांपा अध्यक्ष ने कहा, लोकतंत्र में हर नागरिक को अपनी बात प्रकट करने का अधिकार है।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे किसी को सरकार को नोटिस भेजकर धमकाना नहीं चाहिए और उनकी निजी स्वतंत्रता छीनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, लोग मौजूदा सरकार पर गुस्सा व्यक्त कर रही है, इससे सरकार को समझना चाहिए, कि ये उनके सरकार की नाकामी है।