सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
शहीद प्रेम सागर पिछले दिनों पुंछ में पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) के हमले में शहीद हो गए थे। 11 दिन बाद जब योगी आदित्यनाथ प्रेमसागर के परिजन से मिलने देवरिया के टिकमपार गांव पहुंचे तब दौरे के 24 घंटे पहले एडमिनिस्ट्रेशन ने शहीद के घर को हाइटेक बना दिया था, जिस कमरे में सीएम परिजन से मिलने वाले थे। उस कमरे मे एसी, सोफे लगा दिये गए थे।
दैनिक भास्कर की एक ख़बर के मुताबिक शहीद के बेटे ईश्वर चंद्र ने बताया कि सीएम योगी के जाने के आधे घंटे के बाद ही सब कुछ हटा लिया गया था।
शुक्रवार को सीएम ने शहीद प्रेमसागर के घर पहुंचकर उनके परिजन से मुलाकात की, सीएम ने 4 लाख का चेक और 2 लाख रुपए की एफडी भी दी। योगी के पहुंचने के पहले गुरुवार शाम से ही शहीद के गांव में अफसरों ने डेरा डाल दिया था। शहीद प्रेम सागर के बेटे ईश्वर चंद्र ने बताया, ”जिस कमरे में हमें सीएम योगी से मिलना था, उसमें शुक्रवार सुबह ही बांस-बल्ली के सहारे एसी लगा दिया गया था। सीएम के जाते ही सारी सुविधाएं हटा ली गईं, एसी को आधे घंटे के अंदर ही निकाल दिया गया।”
ईश्वर चंद्र ने आगे बताया कि, ”गुरुवार शाम हमारे घर अधिकारी आए और उन्होंने बताया कि योगी हमसे मिलने आ रहे हैं और इसके बाद से अधिकारी हमारे घर को व्यवस्थित करने में जुट गए। रातों-रात घर में सोफा-कालीन लाया गया और इतना ही नहीं, तौलिए तक बदल दिए गए, रात में ही मजदूरों को लगाकर घर के अंदर पेंट भी कर दिया गया। गांव की सड़कें भी रातों-रात चमक गईं। इसके अलावा नालियों को भी साफ किया गया।”
सीएम शुक्रवार को शाम 4:30 बजे हमारे घर पहुंचे और उन्होंने चेक सौंपा और हर संभव मदद का भरोसा दिया, सीएम करीब आधे घंटे रहे और सीएम के घर से जाते ही घर में लगाया गया एसी, सोफा, कालीन सब अफसरों के कहने पर हटा लिया गया।
यूपी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा, “देवरिया में शहीद के घर योगी आदित्यनाथ गए थे। परिवार के साथ वहां के लोकल एडमिन की ओर से जो भी चूक हुई, उसकी जांच करवाएंगे। जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी। सरकार की मंशा साफ है, हम शहीदों के परिवारों के साथ हैं।”
पाकिस्तानी आर्मी ने 1 मई को एलओसी पर फायरिंग की थी। इस दौरान, बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) भारतीय इलाके में 250 मीटर अंदर तक घुस आई थी। BAT ने आर्मी-बीएसएफ की पैट्रोलिंग पार्टी पर हमला कर दिया था। इस हमले में 200वीं बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल प्रेम सागर और 22 सिख इन्फैंट्री के नायब सूबेदार परमजीत सिंह शहीद हो गए। इतना ही नहीं बीएटी इन जवानों के सिर तक काट ले गई।